Book Title: Dighnikayo Part 4
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
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दीघनिकाये सीलक्खन्धवग्गट्ठकथा
[प-प]
पहीनथिनमिद्धो-१७५ पहीनब्यापादो-१७५ पहीनविचिकिच्छो - १७५ पहूतजातरूपरजतो-२३७ पहूतधनधो -२३८ पाकटजनपदं-२१४ पाकटमन्तनं-२२० पाचित्तियानीति-१२,१३ पाचित्तियं-७५ पाचीनअम्बलटिकट्ठानं-१११ पाटनीति-७६ पाटलिगामे -४३ पाटिदेसनीयानीति-१३ पाटिहारियानि-२९० पाणवधो-६५ पाणातिपातचेतनासङ्घातं-६५ पाणातिपातं-६५, २४६ पाणिस्सरन्ति-७७ पातरासभत्तं-७१,१९५ पातिमोक्खसंवरसीला-२६७ पातिमोक्खसंवरसंवुतोति-१४९ पातिमोक्खानि-१६ पातिमोक्खुद्देसो-११८ पातियं-५५ पाथिकवग्गोति-३ पाथेय्यपुटं-२३२ पादकुक्कुच्चं -४१, १२७ पादधोवनादिकत्तब्बकिच्चं-१३९ पापकन्ति-२९६ पापकम्म-१७० पापगरहिनो-४० पापजिगुच्छनलक्खणाय -६६ पापपुआनं-१३३ पापभिक्खू-४ पापमित्तो-९३ पापस्साकरणं-१४१
पारमियो-४२, ५५, ५७, २२९, २३०, २९६ पाराजिककण्डं-१३ पारिच्छत्तकूपमन्ति-४९ पारिसज्जाति-२१४, २३९ पावारिकम्बवनं-२५७ पासाणलेखा विय-६८ पासादिकोति-९६ पाहुनका-२३२ पाळि-११,४७, ६९, १२४,१३७ पाळियं-१३८,१७८,१९२,२३७ पि-कारो-३६ पिञाकादयो-२६५ पिटकञ्चाति-१९ पिटकत्थविदू-१८,१९ पिटकसद्देन - १९ पिट्ठखज्जादिखादने-१६२ पिण्डदायकाति-१३१ पिण्डपातपटिक्कन्तो-३९. पिण्डपातभोजने- १६२ पिण्डपातियत्थेरस्स-१११ पिण्डपातियधुतङ्ग-१५६ पिण्डपातं -७६,१६६ पिण्डपिण्डवसेन-२३७ पिताति-७०,१३६ पितामहयुगाति-२२६ पितिपक्खतोति-१५३ पितुवधो-१२८ पित्तरोगविमुत्तो-१७५ पित्तरोगातुरो- १७३, १७५ पियभावं-६९ पियरूपानीति-२५१ पियवादी-१३९ पियसहायको -२९६ पिया -२०९ पिलक्खो-७५ पिसुणं वाचं-६९
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