Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
१२४
वर्णबीजकोषः
शब्द अर्थ शब्द
अर्थ हसौः आपूर्णम्-ऋ आत्माषिणी-ए औ
आप्त:-अ आत्मानाभिक:-ङ आप्ठतम:-आ आत्मान्तकेश्वरः-ऋ आप्यायनी-ओ आत्मिकभूः-ओ
आमुक्तिः -थ आदरसूः-ऊ
आमोदा-झ आदर:-:(अ)
आम्नातकेश्वरः-ल आदि:-ॐक
आयुधं-फट आदित्यः-ऋाङ
आलापिनी-च आदित्यवर्णा-ठ
आलय:-क्ष आदिदेवः-आकाक्ली आवक:-टायाय आदिबिन्दु-ङ
आशयाश:-रार आदिभूता-ठ
आशुगः-टाढाणायायँ आदिशक्तिभूः-:(अ:) आशुशुक्षणिः-रार आदिस्वर:-अ
आश्रयाश:-रार आदिम-ध
आषाढी-त आदिमा-लाल
आषाढीश:-ण आधः-अ
आसिका-ऐ आद्या-जाटालाल आसुरः-म आद्यावीजम-क्रों
आस्यराट-आ आराधामभू:-ध
आस्फुजित्-बों आधारशक्तिः -ए
आह्लादिनी-द आनन्दम्-डाहं आनन्दः-उ
इक्षु:-ष आनन्दा-ऋाठ
इच्छा -भ आनन्दाकर्षक:-ओ इडा-लाल आन्तः -इ
इडिका-लाल आन्वीक्षिकी-ज
इन्दिरा-इलाश्रीं आप:-वावं
इन्दुः-ऐछासाद्री भापसन्धिा
इन्द्रः-इल
शब्द
अर्थ इन्द्रचाप:-ऊ इन्द्रजनक:-क्ली। इन्द्रधनुः-झ इन्द्रधाम-ऊ इन्द्रबीजम्-इल इन्द्रसूः-इ इन्द्राक्षी-प इन्द्राणी-हाए।चाप इन्द्रादिः-ॐ इन्द्रावरज:-ग्राउाक्ली इन्द्रियम-ख इन्धिका-उ इर:-य इरा-यालावालाव इरेश:-आजक्लीं इला-लाल इलिका-लालँ इपु-:(अ:)
ईकार:-श्री ईर:-य ईरा-लाल ईशः-ए।चालु । (अं)।गान
___ससौहाहं ईशनेत्रम्-झ ईशान:-(अं)।ए।गासाह। ईशानपति:-ङ ईशानबोजम्-हं ईशानवल्लभा-ह्रीं ईथानी-ई
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180