Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan

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Page 154
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वर्णबीजकोषा १४५ शब्द अथ अर्थ अर्थ शब्द अर्थ शब्द निद्रा-बाझ निशठः-ज नीलसरस्वती-ओ निधन:-काक निशा-ताह नुतिः-नानमः निधिः-प निशाकर:ऐ।:(:) नृत्यम्-च निमेषात्मक:-ङ सादांद्रां नृबीजम्-म निरक्षरः-(अं)। निशाचर:-इकाखाक्ली नृवाचक:-उ निरञ्जन:-ए।जाझापान निशाचरी-ठ नृसिंह:-क्ष ॐहूं निशानाथ:-ऋ नृसिंहबीजम्-क्षों निरन्तरा-:(अ:) निशापति:-इकाक्ली नृसिहास्त्रम्-ई निरामयः-भ निशामणि:- ऐसादी नेता-न निरालस्या-झ निशीथनीनाथ:-ऐ।७। नेत्रम्-इाऔ निरीह-प सांद्रा नेत्रद्वयम्-ध निरीहेश:-ष निशम्भुमथिनी-छ नेत्रयुग्मम्-वौषट् निति:-क्ष निश्चय:-ण नेत्राख्यः-5 निर्गुश:-ढार निश्चला-लाल नेपालपीठः-इ निर्जया-ए निषेधिका-ठ नी:-न निर्जर:-क्ष निष्फलम्-णाफ ॥प॥ निर्भर:-क्री निष्कला-:(आ)ीय पक्षज:-ए। साद्री निर्भरी-द निष्ठुरा-ब पक्षजम्मा- ऐसादा निर्णयः-न नीति:-ठाध पक्षधर:-पासादा निर्णता-न नीरम्-वाव स्वाहा पक्षिवाहन:-ण निर्दीपका-र नीरजम्-ठोठा पङ्कजम्-ठठः निर्धनः-ढ नीरुजा-म पंक्तिनामा-य निबल:-छ नील:-तान पंगुः-छ निर्वाण:-ण नीलकण्ठ:-ए।गासाह पंगुपट:-व निर्बाणबीजम्-औॐ नीलकण्ठबीजम्-त्रीम् पञ्चदशी-(अं) निर्भरः-झ नीलकेतुः-झ पञ्चदेव:-ॐ निर्मला-ग नीलचरण:-ल पश्चधन्वा-काक्लीं निवृतात्मा-व नीलपताका-झान पानख:-चाक्रों निवृत्ति:-आऋ नीलपदः-लानाफ पञ्चनाराच:-छ निवृत्तिकला-ल्हो नीललोहितः-ए।गासाह पञ्चपञ्चात्मिका-घ For Private and Personal Use Only

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