Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan
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वर्णबीजकोषा
१४५
शब्द
अथ
अर्थ
अर्थ शब्द
अर्थ शब्द निद्रा-बाझ निशठः-ज
नीलसरस्वती-ओ निधन:-काक निशा-ताह
नुतिः-नानमः निधिः-प
निशाकर:ऐ।:(:) नृत्यम्-च निमेषात्मक:-ङ
सादांद्रां नृबीजम्-म निरक्षरः-(अं)। निशाचर:-इकाखाक्ली नृवाचक:-उ निरञ्जन:-ए।जाझापान निशाचरी-ठ
नृसिंह:-क्ष ॐहूं निशानाथ:-ऋ
नृसिंहबीजम्-क्षों निरन्तरा-:(अ:) निशापति:-इकाक्ली नृसिहास्त्रम्-ई निरामयः-भ
निशामणि:-
ऐसादी नेता-न निरालस्या-झ
निशीथनीनाथ:-ऐ।७। नेत्रम्-इाऔ निरीह-प
सांद्रा नेत्रद्वयम्-ध निरीहेश:-ष
निशम्भुमथिनी-छ नेत्रयुग्मम्-वौषट् निति:-क्ष निश्चय:-ण
नेत्राख्यः-5 निर्गुश:-ढार निश्चला-लाल
नेपालपीठः-इ निर्जया-ए निषेधिका-ठ
नी:-न निर्जर:-क्ष निष्फलम्-णाफ
॥प॥ निर्भर:-क्री
निष्कला-:(आ)ीय पक्षज:-ए। साद्री निर्भरी-द निष्ठुरा-ब
पक्षजम्मा-
ऐसादा निर्णयः-न नीति:-ठाध
पक्षधर:-पासादा निर्णता-न
नीरम्-वाव स्वाहा पक्षिवाहन:-ण निर्दीपका-र नीरजम्-ठोठा
पङ्कजम्-ठठः निर्धनः-ढ नीरुजा-म
पंक्तिनामा-य निबल:-छ नील:-तान
पंगुः-छ निर्वाण:-ण
नीलकण्ठ:-ए।गासाह पंगुपट:-व निर्बाणबीजम्-औॐ नीलकण्ठबीजम्-त्रीम् पञ्चदशी-(अं) निर्भरः-झ नीलकेतुः-झ
पञ्चदेव:-ॐ निर्मला-ग नीलचरण:-ल
पश्चधन्वा-काक्लीं निवृतात्मा-व
नीलपताका-झान पानख:-चाक्रों निवृत्ति:-आऋ
नीलपदः-लानाफ पञ्चनाराच:-छ निवृत्तिकला-ल्हो नीललोहितः-ए।गासाह पञ्चपञ्चात्मिका-घ
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