Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan

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Page 162
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वर्णबीजकोषः शब्द शब्द अर्थ अथ शब्द मन्त्राद्यः-ॐ महाकाल:-ए।गाडामास। महामति:-नाश मन्त्रादिशक्ति: महामाता-स्वाहा मन्त्रेश:-ओम महाकाली-काख महामायः-ईम मन्दः -ध महाकूर्चम्-हूं महामाया-आईठाह्रीं ह्रीं मन्दगमा-आ महाक्षोभ:-क्ष महायात्रा-ठ मन्दाकिनी-ल महांकुथबीजम्-क्रीम महारथ:-ठ मन्दाक्षम्-ह्रीं महाजीव:-म महारात्रि:-आओ। (अं) मन्दास्यम्-ह्रीं महाज्वाला-था महारौद्री-ऋ मन्मथ:-इाउकामा महाज्वाली-ट महालक्ष्मी:-औ। (अं)।श शावलों महामनु:-च महालक्ष्मीपुरेशः-ह मन्मथस्थामहातेजा:-क्ष महाविजया-श्योम् मन्मथा-ज महात्रिपुरभैरवी-ल महाविद्या-ऊ मन्मथाधिप:-उ महात्रिपुरसुन्दरी-:(अ:) महाविद्येश्वरी-ऊ मन्मथानम्-क्ली महादेवः-क महावेदसार:-ॐ मपरः-श महाधन:-म महाशक्तिप्रसादः-हनीम् मरीचि:-लाघाप महाधन्वा-ट महाश्रीबीजम्-श्रम मरुत्-आ।ए।टाढाताय महाध्वनिा-च महासरस्वतीबीजम्षोसाय महानन्त:-ङ कलह्हह्नईम मरुत्वान्-इल महानरः-ए।गासाह महासिंहः-हसक्षम्रोम् मरुद्गणः-र महानल:-ऋ महासेन:-:(अः।ङाट मर्त्यरत्नम्-म्लूम् महानादः-चा महिषघ्न:-च मलया-य महानिशा-आ महिषघ्नी-ज मलिनम्-है महापथ:-ठ मही-उालाल मल्लवर्या-घ महापरा-सहसहलक महीध्रः-द मस्तकबीजम्-स्वाहा लईसलवऊईम् महोरुहः-(अं) मस्तिक:-त महाप्रेत:-हसहोम महेश:-आई। काठ महाकच्छ:-रूँ महाबाहुः-बाम महेशशक्तिः -ह्रीं महाक्रान्ता-लालं महाबिल:-आखाहाह महेश्वर:-ऐ।:(अ:)।क। महाकामकला-ल महाब्राह्मी-अ महाकाय:-ऊ महाभैरवी-झ महेश्वरी-इव For Private and Personal Use Only

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