Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan
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१६८
शब्द
सिद्धेश्वरी-ट सिद्धयर्णव:- ढ·
सिद्धयाकर्षिणी-आ सिन्धु: - रूँ
सिन्धुजन्मा - ऐ | |स । द्रां सिन्धुरः - क्रािं
अर्थ
सिन्धुरतिलक:-क्रौ
सिन्धुसुता - श्रीं
सिप्र: - ऐ । छ | साद्रां
सीता-ठ
सुकेशी -: (अ:)
सुखम्-व
सुखाश: - टाय | यँ
सुगम्-य
सुगन्त:-त
सुग्रीवः- व
सुघोरबीजम् - व
सुत्रामा- झाल
सुद्दशाङ
सुधन्या - ल
सुधा-० (अं) वाल* सुधाकरः - ऐ। । सा द्रौ सुधाधारः - ऐ। छ | साद्री सुधानिधि: - ऐ। सुधाबीजम् - ह्रीं सुधारश्मि:-द्रां
। सोद्री
सुधारसमयी-स
सुधावर्षी - काम कँ सुधासूति: - ऐ | |स | द्रौ
सुधास्रवा-वलीं
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afat anter
शब्द
सुधाशु :- ऐछ । सा
सुधी:-ठ
सुनन्दा-ठ
सुनासीर:- ल
सुन्दर:- इ। छ
सुन्दरी-अभी: । त
सुपूज्या - प्रीं
सुप्रसादः - ए|ग | साद
सुभग:-श
सुभगा - आउ |ए । : । श
सुमना:- इ
सुमालिनी-ल
सुमुखः - ञटाभ
सुमुखी - (अं) । जान
सुमुखेश्वरी- -पार
सुयुक्ति:- -छ
सुयुक्तिका - च
सुर:- झाह
सुरज्येष्ठः- काम। कँ
अर्थ
सुरता-ऊ
सुरदीर्घिका - सुरनदी -
सुरनिम्नगा - लु
सुरपति:- इल
सुरपुरम्-ध
सुरभि:- ठाव
सुरभी-ऋ
सुरवर्त्म - आ|ख| हा ह
सुरश्रेष्ठः-ङ
सुरसा -: (अ:) | ड
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शब्द
सुरासिद्धा-ल
सुरान्तक: - हूं सुरापगा-ल
सुरारिहा-प
सुरूपिणी - सुरेश्वरः-अई
सुरेश्वरी - आजष सुलापिनीच
सुवासा - स
सुशक्ति: - ए सुशिखा-फ
2
सुलोचन: -ङ सुवर्णबिन्दु: - अउवलीं
सुषमा-ह
सुषिरम्-थ
सुती-ड
सुसुता-छ
सुस्मिता - अ
सुस्वन:- य
सुः - ऍ
अर्थ
सुकरः -न
सूक्ष्मः - इालाल
सूक्ष्मा -आ। ई। लृ । ए|ऐ
सूक्ष्मेश :- ई
सुति:-छ
सूतेश: - औ
सूत्रम् -ऊ
सूत्रात्मा-य सूरः- काढ | म
ओव

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