Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan

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Page 165
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २५६ वर्णबीजकोषः शब्द अर्थ शब्द अर्थ शब्द अर्थ मोहवासिनी-ज यादि:-म रक्तप्रकाशक:-र ॥ य ॥ यामिनी-नाफ रक्तदंष्ट्र:-छ यकारान्त:-र यामिनीपति:-छासाद्रौं रक्तपट:-ब यक्षेश:-ढ यामुनः-य रक्तमुखी-क्री यक्षेश्वरः-ह यामुनेयः-य रक्ता -ह यजु:क्रिया-ज याम्या -:(अ:) रक्ष:-नाषाक्ष यज्ञः-आय युक्-(म.) रक्षणाधिप:-उ यज्ञकर:युक्त:-क्ष रक्षोपधारिणी-स यज्ञक्रिया-ट युक्ति :-च रक्षोविदारिणी-स यज्ञसूत्रम्-भ युगम-फट रज:-ट यज्वनाम्पति:- ऐसा द्रों युगन्धर:-ब रजोगिरि:-ट यति:-ख युगान्तः-याक्ष रञ्जिनी-ए। (अं) यदि -ख युगान्तकारक:-स्फे रणत्काशीविभूषणा-: यदुनाथ:-। उक्लीं युवतिः-स्त्री रति:-आइाई।काऋऐऔ यमः-ओबामाशाष युवा-ल :(अ.)।खागाझाढ यमबीजम्-मम् योगगम्या-ऊ णापाषाक्रीं क्लीं यममुखी-त योगमाता-ल रतिज्ञानम्-ण यमसाधन:श योगिनी-ऋा:(अ:) झाद। रतिनाथ:-इ।ओ।काक्ली यमान्तक:-एगासाह धायांछिी रतिपतिः-इकावली यमेश्वर:-म योगिनीप्रियः-डाण रतिप्रद:-औ यमोजेशः-य योगिनीप्रियकृत-ण रतिप्रिय:-औकाली यश:-:(अ:) योगिनीप्रियङ्गम्-ड रतिसुख:-ज यशस्करी-य योगेश्वर:-उ रतीश:-ज यशस्विनी-य योद्धा-व रतीश्वरः-ओ याकिनी-:(आ) योनि:-ए।एँ रत्नम्-ई यात्रानिवारक:-र योनिबीजम्-सौः रत्नकृष्णा-र याद:पति:-रूँ योनिमन्त्र:-इंह्रिीं रत्नगर्भा-लाल यादव:-आउाक्लों यौनवेश:-ल रत्नजातीश:-ख यादवेश:-क रत्नदा-ए यादसाम्पति:- रक्तम्-याराणारं रत्नमालिका-ड For Private and Personal Use Only

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