Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan

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Page 166
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra शब्द रत्नाकर: - रत्नावली - ल | M अर्थ रथ:-थ रदनी - क्रां रन्तिदेव :- अउ क्लीं रधिनी - ए रमः - इश्क | रवि | क्लीं रमण: - इ| ए | का क्लीं रमणी-श रमणीयकबीजम् - व रममाणः - इ । क । क्लीं रमा - ई| उाए । (अं) | गाज । ||श्री रमाकान्तः - इ। कि । क्लीं रमेशः -ट रम्भा - श्रीं रम्योषित- ए रम्या - छीं रयः-छ वर्ण-त्र रया-ज रवः-व रवगी:-घ रवि: - (अं) | खग | फार रविबीजम् - उ रविमद - (अं) रविस्वर :- अ रण ( स ) ना - : ( अ ) । क्रीं रस:- भाभाव रसज्ञा-क्री www.kobatirth.org शब्द वर्णबीजकोष ! अर्थ रसनायक : - ए|गासीह रसा - लाक्रीं रसाकर्षिणी-ऋ रसाका-क्री रसाला-क्री रसिका - क्रीं रसितम् - ट राकिनी - ए राकिनीबीजम् - र राग:-ज राजक:-म राजगृहेश्वरः - ट राजबीजम् - भ्रम राजभूति:-ट राजमन्दिरम् - ट राजसी-ओ राजा - ऐ ।। ट स | द्रौ राजीव: - क्र रात्रिः- ताब रात्रिनाथ :- ६ | काक्लीं रात्रिरूपिणी-ठ रात्रिवास: - (अं) राम:- ए| ज राम: - ए । ज रामजास्य: - ए रामठ: - ग्लों रामबीजम् - रां रामरुद्र:- ए रामा- खीं रामात्मज:- अ For Private and Personal Use Only Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir शब्द राय :- छ राव:-नाक्र रावण :- ह राहु:- ऐ राहुभेदी - अउ | क्ली रिन्धिका - उ रुक् - फ रुक्मिणी - श्री रुचिरम् - रा रुद्रभयङ्करी - इ रुद्रमूर्ति:-ऋ रुद्रयोगिनी - म हद्रशेखरा-ल रुद्राणी - इज १५७ अर्थ स्टू - ख रुण्डी - ए रुतिः-उ रुद्र:- ए क ग । मासाह रुद्रक:- ल रुद्रचण्डी - रुद्रडाकिनी - (अं) रुद्रदर्शी - ए रुरु: - : (अ:) रुषोन्मत्ता-क्ष रूपम्-भ दाल रूपवर्षिणी-ऊ रूपिणी - डाढ रेखा - प रेचिका-ऋऋ रेणुका-ड

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