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शब्द
रत्नाकर:
-
रत्नावली - ल | M
अर्थ
रथ:-थ
रदनी - क्रां
रन्तिदेव :- अउ क्लीं
रधिनी - ए
रमः - इश्क | रवि | क्लीं
रमण: - इ| ए | का क्लीं
रमणी-श
रमणीयकबीजम् - व
रममाणः - इ । क । क्लीं
रमा - ई| उाए । (अं) | गाज ।
||श्री
रमाकान्तः - इ। कि । क्लीं
रमेशः -ट
रम्भा - श्रीं
रम्योषित- ए
रम्या - छीं
रयः-छ
वर्ण-त्र
रया-ज
रवः-व
रवगी:-घ
रवि: - (अं) | खग | फार
रविबीजम् - उ
रविमद - (अं)
रविस्वर :- अ
रण ( स ) ना - : ( अ ) । क्रीं
रस:- भाभाव
रसज्ञा-क्री
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शब्द
वर्णबीजकोष !
अर्थ
रसनायक : - ए|गासीह
रसा - लाक्रीं रसाकर्षिणी-ऋ
रसाका-क्री
रसाला-क्री
रसिका - क्रीं
रसितम् - ट
राकिनी - ए
राकिनीबीजम् - र
राग:-ज
राजक:-म
राजगृहेश्वरः - ट
राजबीजम् - भ्रम राजभूति:-ट
राजमन्दिरम् - ट राजसी-ओ
राजा - ऐ ।। ट स | द्रौ
राजीव: - क्र
रात्रिः- ताब
रात्रिनाथ :- ६ | काक्लीं
रात्रिरूपिणी-ठ
रात्रिवास: - (अं)
राम:- ए| ज
राम: - ए । ज
रामजास्य: - ए
रामठ: - ग्लों
रामबीजम् - रां
रामरुद्र:- ए
रामा- खीं
रामात्मज:- अ
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शब्द
राय :- छ
राव:-नाक्र
रावण :- ह
राहु:- ऐ
राहुभेदी - अउ | क्ली रिन्धिका - उ
रुक् - फ रुक्मिणी - श्री
रुचिरम् - रा
रुद्रभयङ्करी - इ
रुद्रमूर्ति:-ऋ
रुद्रयोगिनी - म
हद्रशेखरा-ल
रुद्राणी - इज
१५७
अर्थ
स्टू - ख
रुण्डी - ए रुतिः-उ
रुद्र:- ए क ग । मासाह
रुद्रक:- ल
रुद्रचण्डी -
रुद्रडाकिनी - (अं)
रुद्रदर्शी - ए
रुरु: - : (अ:)
रुषोन्मत्ता-क्ष
रूपम्-भ दाल
रूपवर्षिणी-ऊ
रूपिणी - डाढ
रेखा - प
रेचिका-ऋऋ
रेणुका-ड