Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan

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Page 163
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १५४ वर्णबीजकोषा शब्द , अर्थ शब्द अर्थ शब्दमा अर्थ महेन्द्र:-लाश मानदा-ल हों (हरयूं महोत्सवा-उ मानदाकाशी-आ मालवप्रिया-थ महोदरी-ए।ओ मानव:-:(:) मालव:-घ मांसम-लाल मानसी-उ मालवेश्वरः-घ मांसात्मा-ल मानिनी-घ माला-ई मा-श्रीं मानी-म मालामयी-य माग्रग:-क्ष मानुषी-ण मालिनी-ऐ।ओर:(अः) मातङ्गः-हाकाखाजाम माझ्या-मालाम्ल्हों घामाह्रीं क्रॉक्लीं. मायवी-ल मालिनीबिन्दु:-म मातरिश्वा-टायाय माया-आ।इाई।।ऋाल मालूरः-क्षों माता-लाल ला:(अ:)ोखामाय माहेन्द्राद्रिनिवासिनी-श मातृक:-ए।ऐ क्षाह्रीं ह्लीं माहेशी-थ मातृकन्टको-द मायाकला-ई माहेश्वरी-इाउाए।काख मातृकला-:(अ:) मायात्मजः-घ मितानन्दा-(अ), मातृका-ऐ मायापुरम्-भ मित्रम्-हाए मातृकाध:-अ मायापुरहर:-भ मित्र:-म मातृकान्त:-क्ष मायापुरेश्वरी-म मिथुनोदया-ऋ मातृकासू:-ॐ मायावी-ल मीन:-धापाय मातृकेश्वरः-ऐ मायी-औ।व मीनकेतन:-इकाक्लों मात्रा-बाद ममोत्तरम्-उ मोनकेतु:-क्लों मात्राकर्षिणी-औ मार:-इाकाक्ली मीनकेत्वस्त्रम्-स्त्री मात्राद्वादशी-ऐ मारजा-छ मीनेश्वर:-धाप मात्रान्तजीवन:मारसम-अ मुकुटम-ट माद:-इकोक्लीं माराग्नि:-ऋ मुकुरः-इ मादन:-क मारुता-इकाटाठायाय । मुकुन्द:-आउटाक्लों मादना-ए मारुतेश्वर:-ज मुक्त:-ऋ मादिनी-म मारुतेश्वरपीठस्था-ज मुक्तकेशी-औज माधव:-।इ।उक्लों मागण:-ण मुक्ति:-ौथाहा माधवी-घालाव मार्ज:-आउक्लिी मुखम्-:(:)।काटाधा मार्तण्ड:-नामाहयौं। यावाक्ष For Private and Personal Use Only

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