Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan

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Page 159
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra १५ . शब्द बालीशः - ष ॥ ॐ बालेन्दुः-ट बाहुः-श बाहुग:-ल बाहुमध्यगः - ख अर्थ वाहमूलम् - क बाहुश्रेष्ठ: -ष बाह्लिकम्-ग्लीम् बिन्दुः- इ|| (अं) | ठाम | हं बिन्दुक :- (अं) बिन्दुगम:-न बिन्दु बिन्दु: - (अ:) बिन्दुभैरवी ल बिन्दुभ्रंश: बिन्दुमयी - ई बिन्दुमालिनी-ई| क बिन्दुशक्तिः- ॐ बिम्बम् - ड्रीम् बिलम्-थ बीजम् - (अं) बीजप्रसू : - लाल बीजयोनिका- (अं) बीजाकर्षिणी-ओ बुद्धि: -ठता याद बुद्धिबीजम् - ई बुद्धिवर्द्धन :- ऍ बुद्धधाकर्षिणी-आ बुदबुदम्-" (अं) बुध: बृहत्-ब + www.kobatirth.org ajataकोष: अब्द बृहद्भानु: - रा बृहस्पतिः - ट ब्रघ्न:-म ब्रह्म-अ । क । ख । घ । जाद | म य । ॐ ब्रह्मबीजम् - ॐ| आम् ब्रह्मविद्या-ट ब्रह्मवक्ति:- ऐं ब्रह्मशब्द:-र ब्रह्मशङ्खी ब्रह्मसु : - इश्क | क्लीं ब्रह्मसूत्रम्-ओ ब्रह्मा - कामाक्षा ॐ । ॐ प्रह्माणी - आऋ ब्रह्मण:- अ अर्थ ब्राह्मी-आउलृ । स ॥ भ ॥ भम् - त्रत्रीम् भक्तप्रिय:- स भक्ति:- दाम नमः भगः - ए|ऊ गाएँ भगजिह्वाभगनिपातिनी-ठ भगमाला - ञ 'भगमालिनी-आ। लेम् भगलोला-न भगवती - ए भगवान् -: (अ) भगसर्पिणी- छाज भगस्था-छ For Private and Personal Use Only Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir शब्द भगा- ऐ भगाक्षी - ञ भगाली - ए। गासह भगिनी - ङ मगोदरी-घ भद्रम्-मम | वष|स | सं भद्र:- क्री भद्रकालिका - ऊ । ओ भद्रकाली - याद|भागृ भद्रपद्मम् - ऐ भद्रा-इ भद्रिका-मा भद्रिणी-आ भद्रेश:--ङ अर्थ भपतिः - ऐ। 191 भयद:- ऐ भयम् - बालीम् भया- एाब भयानक :-थ भयङ्करः - ब भयङ्करी-ऋ भयावहः-भ भरत:-म भरदाथ भरद्वाज:-भ भरु:- ए|गासाह भर्ग:- ए|गासाह भवः - ए| गधाभासा हा भवघ्नी-ठ भवनाशकः - ॐ

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