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१५ .
शब्द
बालीशः - ष ॥ ॐ बालेन्दुः-ट बाहुः-श
बाहुग:-ल
बाहुमध्यगः - ख
अर्थ
वाहमूलम् - क
बाहुश्रेष्ठ: -ष बाह्लिकम्-ग्लीम्
बिन्दुः- इ|| (अं) | ठाम | हं
बिन्दुक :- (अं)
बिन्दुगम:-न
बिन्दु बिन्दु: - (अ:) बिन्दुभैरवी ल
बिन्दुभ्रंश:
बिन्दुमयी - ई बिन्दुमालिनी-ई| क
बिन्दुशक्तिः- ॐ
बिम्बम् - ड्रीम् बिलम्-थ
बीजम् - (अं)
बीजप्रसू : - लाल
बीजयोनिका- (अं)
बीजाकर्षिणी-ओ
बुद्धि: -ठता याद बुद्धिबीजम् - ई
बुद्धिवर्द्धन :- ऍ बुद्धधाकर्षिणी-आ
बुदबुदम्-" (अं)
बुध:
बृहत्-ब
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ajataकोष:
अब्द
बृहद्भानु: - रा बृहस्पतिः - ट
ब्रघ्न:-म
ब्रह्म-अ । क । ख । घ । जाद | म
य । ॐ
ब्रह्मबीजम् - ॐ| आम्
ब्रह्मविद्या-ट
ब्रह्मवक्ति:- ऐं
ब्रह्मशब्द:-र ब्रह्मशङ्खी
ब्रह्मसु : - इश्क | क्लीं
ब्रह्मसूत्रम्-ओ
ब्रह्मा - कामाक्षा ॐ । ॐ
प्रह्माणी - आऋ
ब्रह्मण:- अ
अर्थ
ब्राह्मी-आउलृ । स ॥ भ ॥
भम् - त्रत्रीम् भक्तप्रिय:- स
भक्ति:- दाम नमः
भगः - ए|ऊ गाएँ भगजिह्वाभगनिपातिनी-ठ
भगमाला - ञ
'भगमालिनी-आ। लेम् भगलोला-न
भगवती - ए
भगवान् -: (अ) भगसर्पिणी- छाज
भगस्था-छ
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शब्द
भगा- ऐ
भगाक्षी - ञ
भगाली - ए। गासह
भगिनी - ङ
मगोदरी-घ
भद्रम्-मम | वष|स | सं
भद्र:- क्री
भद्रकालिका - ऊ । ओ
भद्रकाली - याद|भागृ
भद्रपद्मम् - ऐ
भद्रा-इ
भद्रिका-मा
भद्रिणी-आ
भद्रेश:--ङ
अर्थ
भपतिः - ऐ। 191
भयद:- ऐ
भयम् - बालीम्
भया- एाब
भयानक :-थ
भयङ्करः - ब
भयङ्करी-ऋ
भयावहः-भ
भरत:-म
भरदाथ
भरद्वाज:-भ
भरु:- ए|गासाह
भर्ग:- ए|गासाह
भवः - ए| गधाभासा हा
भवघ्नी-ठ
भवनाशकः - ॐ