Book Title: Dictionaries Tantrashastra
Author(s): Ramkumar Rai
Publisher: Prachya Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
१४९
शब्द
अर्थ
प्रस्थम-म्लौं प्रस्थ:-म्लों प्रस्थवान्-द प्रहररूपिणी-झ प्रहारःप्राचीनबहिः-इल प्राज्ञ:-ए प्राण:-आकायासाहाहँ प्राणघोष:-हँ प्राणजीव:-हसौं प्राणधारक:-ओ प्राणवीजम्प्राणरूपिणी-च प्राणशक्ति:-क प्रोणसन्धिः -हँ प्राणात्मा-भ प्राणात्मिका-भ प्राणिसेवकः-य प्राणेश:-हैं प्रासाद:-हाँहौं प्रितिखातः-ऋ प्रितितास्या-ध प्रियंवदः-अ प्रियः-धानाष प्रियकारकः-फ
वर्ण-ड
অৱীলঙ্কা। शब्द
अर्थ शब्द
ऋाखोघानाध बलम्-छाब प्रीतिदेवी-ऐ
बलरूपा-क प्रेतबीजम्-हसौः बलवेदी-ल
॥फ ॥ बलाका-ऐ फटकार:-फ
बलाकिनी-ऐ फटकारिणी-फ
बलानन:-ल फणाधरधरः-ए।गासाह बलानुजा-ल फणिप्रियः-टाया बलाराति:-इाल फणी-द्र
बलिः -ए।र फरारः-फ
बलिध्वंसी-आउाक्लीं फलम्-फ
बलिप्रियः-ब फलो-कों
बलिभुक-च फादि:-पाब
बलिभोजनम्-ह फुत्कारः-फ
बलिभोजो-द फेत्कार:-फान
बलियुद्धः-ब फेत्कारिणी-छास्फी बलो-बायार फेत्कारी-होहसुख- बहिः -(अं) फेरु:-ङ
बहुरूप:-कामक ॥ ब॥ बहुरूपी-भाॐ बक:-आलाठाश बाण:-णाद्रा बकेश:-श
बाणबीजम्-ण बकोदरी-स
बाधा-झाव बगला-ध
बाल:-व बधूः-स्त्री
बालक:-हाँ बन्दनम्-नमः
बालमन्त्र:-ग्लौं बन्धनम्-म
बाला-आऋऐ।यऍक्लींसौं बन्धुक्रान्त:-ठ
बालात्रिपुरा-ऊ बन्धुपदण्यासा-छ बालाध:-ऐं बभ्रुा-आउक्लिीं बालाप्रणका-ऐं बह:-ध .
बाली-जाय
प्रियतमः-एजासाह प्रियदशिनी-ख प्रिया-ओनाफाहास्त्रीं प्रीतिः -आ। ओ। (अं)1,
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180