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(५६) कायर्नु अने तेथी पण असंख्यातगणुं मोटु एक बादर निगोद (साधारण वनस्पति काय)नुं शरीर का डे. ए प्रमाणे पांच सूदमने पांच बादर ए दशेना शरीर मांहोमांहे एक बीजाथी अनुक्रमे असंख्यात गुणा मोटा मोटा कह्या बे, परंतु दशेना शरीरोमांहेर्नु मोटामां मोटु शरीर पण अंगुलना असंख्यातमा नाग जेटबुंज जाणवू कारण के अंगुलना असंख्यातमां नागना पण असंख्यात नेद कह्या बे. .... पृथ्वीकायादिक पांचे सूक्ष्म एकैछिय जीवोना शरीर एवां सूमके, एक शरीरतो देखायज नदि पण असंख्याता के अनंता सूक्ष्म जीवोना शरीरोनो पीम एकठो होय तो पण ते देखाता नथी अने प्रत्येक वनस्पति काय सिवाय पृथ्वीकायादि पांचे बादर एकेंजिय जीवोना शरीर पण एवा जीणा के ते असंख्याता जीवोना शरीरनां पीक एकगं होयतोज देखाय ले तेने माटे शास्त्रज्ञो कहेले के एक पत्थर के मीगना ककमाने को अतिबलवान पुरुष घणी वखत वाटी वाटीने कीणो जुको करे तोपण तेमां