Book Title: Dandakadik Dwar Sangraha
Author(s): Saubhagyashreeji
Publisher: Umedchand Raichand
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(१७) विशेषाधिक, ४ तेथी बेहिय पर्याप्ता विशेषाधिक, ४७ तेथी तेइंडिय पर्याप्ता विशेषाधिक, ४ए तेथी पंचेंजिय अपर्याप्ता विशेषाधिक, ५० तेथी चौरिप्रिय अपर्याप्ता विशेषाधिक,५१ तेथी तेइंघिय अपर्याप्ता विशेषाधिक, ५५ तेथी बेज्ञप्रिय अपर्याप्ता विशेषाधिक, ५३ तेथी प्रत्येक शरीरवाला बादर वनस्पति कायिया अपर्याप्ता असंख्यातगुणा, ५४ तेथी बादर निगोदपर्याप्ताअनंतकायनाशरीर असंख्यातगुणा,५५ तेथीबादरपृथ्वीकायियापर्याप्ता असंख्यातगुणा५६तेथी बादर अपकायिया पर्याप्ता असंख्यात गुणा, ५७ तेथी बादर वाउकायियापर्याप्ता असंख्यात गुणा,५७ तेथी वादर ते उकायिया अपर्याप्ता असंख्यात गुणा, एए तेथी प्रत्येक शरीरवाळा बादर वनस्पति कायिया अपर्याप्ता असंख्यात गुणा, ६० तेथी बादर निगोदीया अपर्याप्ता असंख्यात गुणा, ६१ तेथो बादर पृथ्वी का. यिया अपर्याप्ता असंख्यात गुणा, ६५ तेथी बादर अपकायिया अपर्याप्ता असंख्यात गुणा, ६३ तेथी बादर वाउकायिया अपर्याप्ता असंख्यात गुणा, ६४

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