Book Title: Bhopavar Tirth ka Sankshipta Itihas
Author(s): Yashwant Chauhan
Publisher: Shantinath Jain Shwetambar Mandir Trust

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Page 17
________________ * आशीर्वचन * प. पू. आचार्य श्री नवरत्नसागरजी म.सा. श्री शंखेश्वर महातीर्थ जैन आगम मन्दिर संस्था जेठ सुवि 1 गुरुवार भारत भर के भाविक श्रद्धालु धर्मप्रेमी श्री संघ एवं श्रावक जन धर्मलाभ देवगुरु की कृपा से आनंद मंगल भोपावर महातीर्थ में 87 हजार साल प्राचीन विश्वभर में एक मात्र अद्भुत अलौकिक परम प्रभावशाली अति आल्हादक परम शान्तिदायक काउस्सठा मुद्रावाली श्यामवर्णकी 12 फीट की, खड़ी श्री शान्तिनाथ भगवान की प्रतिमा भाविक भक्तजनों को भावविभोर बनाती विराजमान है । प्राचीन एवं ऐतिहासिक इस तीर्थ का आमूल-चूल जिर्णोद्धार जिन शासन के प्रभावशाली जीतार्थ आचार्य भगवंतो के आशीर्वाद के साथ द्रुत गति से आगे बढ़ रहा है, भागयशाली लक्ष्मीपतिओं ऐसे परम पुण्य के पाथेय स्वरूप आत्म शुद्धिकारक तीर्थोद्धार के कार्य में आप अपनी संपत्ति का उदारता के साथ हृदय की अनुमोदना के साथ लाभ लेकर कृतार्थ बन कर आत्म श्रेय साधें यही आंतरिक शुभ प्रेरणा सभी को धर्मलाभ धर्माराधना में प्रगतिमान बनें, मानव जीवन को सफल करें। 5 सागर दि. २०/५/२००४ ch! धधर्मलाभ

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