Book Title: Bhopavar Tirth ka Sankshipta Itihas
Author(s): Yashwant Chauhan
Publisher: Shantinath Jain Shwetambar Mandir Trust

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Page 46
________________ * समीपस्थ तीर्थ स्थल भोपावर तीर्थ स्थल एक अद्वितीय तीर्थ स्थल है। इस तीर्थ स्थल के समीप ही मोहनखेड़ा, अमिझरा पार्श्वनाथ, भक्तामर तीर्थ (धार), माण्डवगढ़, हासामपुरा, लक्ष्मणी, वालनपुर, उज्जैन, मक्सी, नागेश्वर परासली, बिबड़ौद, सेमलिया आदि हैं। भोपावर से मात्र 12 कि.मी. की दूरी पर प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल श्री मोहनखेड़ा स्थित है। इस तीर्थ स्थल पर आदेश्वर भगवान का मन्दिर एवं राजेन्द्रसूरीजी म.सा. का समाधि स्थल है। समीप ही अत्यंत आकर्षक एवं दर्शनीय म्यूज़ियम (श्री राज राजेन्द्र तीर्थ दर्शन) है। जिसमें जैन धर्म, दर्शन, तत्व, इतिहास आदि का सुन्दर समन्वय हैं। पास ही राजगढ़ नगर में 6 अन्य जैन मन्दिर है । हाथीवाला I मन्दिर में मूलनायक भगवान महावीर स्वामी की भव्य प्रतिमा है, जो अमझेरा से लाई गई थी; इसी मन्दिर में 22 वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथजी की 1100 वर्ष पुरानी प्रतिमा है। जो बोला से लाई गई थी । अन्य मन्दिर भगवान श्री आदेश्वर, श्री अष्टापद मंन्दिर, श्रीशान्तिनाथ भगवान तथा श्रीराजेन्द्रसूरिजी के हैं। भोपावर से लगभग 30 कि.मी. की दूरी पर अमिझरा पार्श्वनाथ की अत्यंत प्राचीन् प्रतिमा है जो 1000 वर्ष प्राचिन बताई जाती हैं, प्रतिमाजी से कई बार अमि झरणें होते ही रहते हैं इसी वजह से इसे अमिझरा पार्श्वनाथ के नाम से पुकारा जाता है। इस तीर्थ के लिए कहा जाता है → प्रभु प्रतिमा से अमी झरी, सो अमीझरा कहलाए । पार्श्व प्रभु की सुन्दर प्रतिमा, श्रद्धा भक्ति जगाए ॥ यहां पर अमकाजी - झमकाजी का दर्शनीय मन्दिर स्थित है । इस स्थल पर रुक्मिणी हरण के समय भगवान श्रीकृष्ण के रथ के पहिये के निशान आज भी मौजूद हैं। भोपावर से लगभग 45 कि.मी. की दूरी पर धार नगर में 34

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