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* व सुहावना रहता है । यहां वर्ष-भर हरियाली छाई रहती है।
मन्दिर का मुख पूर्व दिशा में है। जिससे सूर्य की स्वर्णिम रश्मियाँ इस मन्दिर के विशाल प्रवेश द्वार को प्रातः काल से ही स्पर्श कर प्रभु के प्रति आस्था प्रकट करती है । मन्दिर के सम्मुख थोड़ी दूर पर ही आम एवं अमरूद के वृक्षों से घिरा एक सुन्दर बगीचा है जिसमें निर्मल जल से युक्त एक बावड़ी है। इस बगीचे मे हनुमानजी का अत्यंत प्राचीन मन्दिर स्थित है । भोपावर स्थित जैन तीर्थ स्थल में जैन धर्म के सोलहवें तीर्थंकर भगवान श्री शान्तिनाथजी की भव्य प्रतिमा इस तीर्थ के आर्कषण का केन्द्र है।
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umanita
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