Book Title: Bhagavati Jod 07
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 418
________________ ६. समय ११ ४७ ७. समय ११ ४६ ८. समय ११ ४५ ९. समय १० ४० १०. समय १० ४३ ११. समय १० ४२ १२. समय १० ४१ १३. समय ९ ३६ १४. समय ९ ३९ १५. समय ९ ३८ १६. समय ९ ३७ समय १५ ६३ समय १५ ६२ समय १५ ६१ समय १४ ५६ समय १४ ४०० ५९ समय १४ ५८ समय १४ ५७ समय १३ ५२ समय १३ समय १९ ७९ समय १९ ७८ समय १९ Jain Education International ७७ समय १८ ७२ समय १८ ७५ समय १८ ७४ भगवती जोड़ समय २३ ९५ तेयोग- तेयोग समय २३ ९४ योगाम समय २३ ९३ तेयोग- कलिओग समय २२ समय २२ ९१ द्वापरयुग्म ओग समय २२ समय १५ ७३ समय १७ ६८ समय १७ ५५ ७१ समय १३ ५४ समय १७ ७० कलियोग द्वापरयुग्म समय २१ समय १३ ५३ समय १७ ६९ ७ ८५ कलियोग- कलियोग ११. कि अर्थ प्रभु ! इम कहां सोलस जे महाजुम्मा कांड आप परूप्या स्वामी हो लाल । जुम्मकडजुम्मे प्रथम यावत ही कवियोगे कांइ भाखो अंतरजामी हो लाल ? ९० द्वापरयुग्म - द्वापरयुग्म समय २२ द्वापरयुग्म कडजुम्म ८९ द्वापरयुग्मयोग समय २१ ८४ कलियोग- कडजुम्म समय २१ १२. जिन क ह राशि प्रतं चि अपहार करीनें ८७ कलियोग तेओग समय २१ कांइ अपहरतां थकां अवगम्म हो लाल । च्यार छेड़े हुवे जेहनें वलि ते राशि तणां जे अपहार समय पण कडजुम्म हो लाल ।। सेतं कडजुम्मकडजुम्मे || १ || १३. जे राशि प्रतं चउनके करो, अपहारे करि अपहरतां कोइ लेहड़े तीन सुजाणी हो लाल । अपहार समय से राशिनां जुम्म त कहिये कडम्म त्र्योज पिछाणी हो लाल ।। से ॥२॥ १४. जे राशि प्रतं चक्के करी, अपहारे करि अपहरतां छेहड़े दोय सुगम्मं हो लाल । अपहार समय ते राशि नां, कडजुम्म ह्वै तसु कहियै कडजुम्म-दावरजुम्मं हो लाल ॥ से तं कडजुम्म-दावरजुम्मे ||३|| For Private & Personal Use Only ११. से केणट्ठेणं भंते ! एवं वृच्चइ - सोलस महाजुम्मा पण्णत्ता, तं जहा -- कडजुम्मकडजुम्मे जाव कलियोगकलियोगे ? १२. गोयमा ! जेणं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए, जेणं तस्स रासिस्स अवहारसमया तेवि कडजुम्मा, सेत्तं कडजुम्मजुम्मे १ । १२. जेणं रासी बडवणं अवहारेणं अहीरमाणे तिपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया कम्मा २। १४. जे परासी चक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे दुपज्जतिए, जेणं तस्म राहिस्थ अवहारसमा कडजुम्मा, सेत्तं कडजुम्मदावरजुम्मे ३ । www.jainelibrary.org

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