Book Title: Anuyoga Dwar Sutra
Author(s): Aryarakshit, Shivchandra Porwal
Publisher: Ratlam

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Page 78
________________ १२३ एवं या तैमा पुषसमास्यनिष्यल०एमउवसातीवणक्षयोपममिकपारिवामिक एएमसायकजा निषनागोमातमोजागी जाती सबसनामयसमयवंयनिष्पन्न एवउवमपिएल खनवसमारिएणमिएएवंखएaaकच मोनिकडीपारिणामिकजीवजावनीने ज्ञाजागतिसर्वजार२३४५ क्षयोपसमधापासायिकतेपानिमामि श्वसमावसनिकडीपारिणामिकजीवनावनी जाना सयोवसनिकपविधानिकनावान5 मंनिवातीकजाणवता किसत्तश्याहमीना कसंधानवमोनाजनक्षयोवसमिकपरिणानिकभावनिब्ध १२३५ जी समोजागो तेत्राकथाजााजालवा. सवाद्यवसामयस्सपारणामिंयकाममmanrnकाजागीयानामचमोजागा १३ मा परणामीकजीवथाए क्षाधिकपरिणामिकभावमिधको संजवेश्क मनुषगतीक्षायकलेज्ञानचारित्रपारितामीकत्तेजी १५ १७१३ २३४५वस वएउट्रकक्षाकपारिला निकभाच निहाकरिनिव्यन्नपाचमोजागोमबकेवलीकझसेनवेमविकसयोगी भावहानामा अस्याकक्षायोपसमिकमावत्रयनिष्यन्न नारकीनीकातियारमध्यनवतेकिन उनकामेरागी गत २४ व क्षयोपसमिकीचाविजानिकीच नीकसंजोजीनोत्रीजोजागी किन्न २५ अंकत्तो Raiमिनारकीनतिरयचदेवातिविसयप्रथमसमकसमाजवानाचलाउनसमाभावहोऽभममुनग ३५ तानविषत्रताडपसनलानविषवसनिकसनक्तमोकप्रतियोपसमश्की पारितामिकताउदरक समीकवतायोपसमीकन पारिणामीकहनाधनियलसगितिaaजलोतएमब्याकक्षा क्षयोपसमिक पारिला भिकभावनिष्पन्नचाथानागमणिगतिविषसंवरहाउसमसमकत्तनेहम क्षायिकसमकबोलमुत्ताधीकसमकतामटिचलमगतिवितिहाभाकत्तिचत्वगतीचिन जोगजोगा पाकिलाभवक्षायाकसमकतहोअनमानुपातिमा प्रतिवन्नमन्ते प्रतिवमानवाही पाचसा वाम जानीजानकवल-क्षाध्यकसमकायकीजेचसमणीचसहसंभव रवैएकदीकरीता नीकरजीतीनचोकसजोगी पावसजोगीमावसजीजीएसनवसेब२० जागापरुपए माजाला

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