Book Title: Anuyoga Dwar Sutra
Author(s): Aryarakshit, Shivchandra Porwal
Publisher: Ratlam
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८०७१।
निसरहा वाकपलकहवा बनस्पती कायन: उसका क्रियाहारीकसीर निमप्रथवीकासने नयोधकाश्यातहाभाणियबाविणश्याशलीय विवियअाहमयसीरजापुडवी
नतिजा वा बिवनस्पतीकायनेजस्ता कत्तला तिनससारवाव्या हेगो म।। काश्यातहाभाणियाlajसरकाश्यानतेकेवश्यातेयासमीनापजो। जमधीकसमुचजीव जसकारमहसवीरजिमकलियानिमवनस्पतीकायनेपगतेजसकारमलमीर
जलवा जहाशस्यिातेवाकामगसरी धावणसरकाश्यातेकामासीरानाणियबाखः बहीने देनदत केला दा कम । परुप्या हिजोम प्रकापं० तेगवधेलका मुकेल aदियानकेविश्याआलियसरीशचन्नता गोविहान्तववेलयाएमकेल तितह अवधलकलव्यातीमालालावेवीजालवाभानजारा
तातिहा जेने चञ्चलका असंध्यातीयसचिलअपहरिए वसविलीनालेतलासमा एकाल यातिविधेलयाणिप्रसवधा हिमपिणिजसणिणियवहार अनचाहवकहनतमसम्मासमेनागवततीअलीनीविनश्चीयसष्पालाजोजननीकोकाकोली प्रमाण
प्रतरमसंध्यात मावतीम्नष्पोताभगिनीजेप्रदेसससिलभेलालेटिलाले कानखेतमसंवेद्यासेरी ॥ पयरसन्पसंखेद्यश्नागीतासिनी रहालेवीहवेजविसेषकहिलसिध्याइसेटिवयर संकाय जालीप्रसध्या तावमुलक्षाहनएकठाकर हमुलाएकनाकामश्रेणी मेजप्रदेसरासीमा ता२७हतेसावयाग्रसेप्याताप्रसहोतजली। वधीप्रसंख्यातप्रदेसपपल-स्तकलपनापत्र एतलाप्रदेसनाविधनसूचिकरहवएसीरनुमाना विकासशहाप्रथमवगमुलन५६तीय
भरवेद्यश्लोयाकोकाकोडाजामसरवेया कल्पनाइ-मारवभिलवडामपधन्याचाडकाअामसरवा

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