Book Title: Anuyoga Dwar Sutra
Author(s): Aryarakshit, Shivchandra Porwal
Publisher: Ratlam

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Page 165
________________ पाच गोलियातरूब केक द्रव्यजान सामानएको छ सुप्रथवा मुबलधनधाम ३ अनुयााकन्हाजश्तहापचन्हमीदिया केरवजायसामन्नाजा हरिन्नवासवनेवाधणेवा 20ोकमातिमा रमवालन्नकाक्तजपाचनप्रस।पाचनापूरमजलेजे पाचप्रकारे मामले उपहेमतो। भलिटमनोजे देसतराळ चलेवाजहा पचपहपएसोतमाभलाहिं। पंचण्डपमानणेहिं पंचविहोचलमो धम्मा प्रमस्ति कायमीप्रसजावत एमवालतानवहाररिजमुत्रनमणेपाचप्रकानेबरसानहाइनघ पुऊलनोबेधनीप्रस। वाल पएसोजावसंधपएसी एक्यववहान्नुसुमणाजमति पचविहोपासोतनलवर किसानली जातेवाचप्रकारप्रसएमएकेकोप्रहसवाचनका रामकर पच्चीसप्रकार नेत्नी एमनजगिले नेतो ताप्रदेसथा। कम्हाजन्मापंचविहोवरसीएचकेकोपएसीपंचविहोल्वतिषलाबीसहि विहो पप याचप्रकारे प्रदेससणिजेनाजविजनीया कदाचिधमा स्तिकायनो काचप्रमा प्रदेसलेतेकेतनेजा गेर प्रदेस अतिकायनो सोनवशतमाना हिचविहोपरसोनगाहिंश्यबोपल सोसिया॥ धम्मपएसो प्रदेस जावत । । बंधप्रदेस । एमवोलता | कजुसुत्रप्रति सश्न यप्रतेजेजणे जंग सिया अधम्मपएसोजाव खंधपएसोएवं वर्ट जुमुधेपर सोना जनलसि विकल्प त्तेन हो किस्पानी जोजप्रदेस एमततोधमास्तिकायनो कदाचिधमास्तिकानोप्रोसरह मघर प्रदेशपल कदाचितप्रधमास्तिकायमोप्रदेसथाए। नश्यावएसो तनावकाहजनवोचएसोएवं विधम्मपएसोविसियधम्मपए ३

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