Book Title: Anuyoga Dwar Sutra
Author(s): Aryarakshit, Shivchandra Porwal
Publisher: Ratlam
View full book text
________________
ना
मारोशनीशचनपक्षपातवर्षऽपल्पोपमण्सकका सेनाको लेते समय समय परुषाकरस्या मासक्रमाससवनर केमिसागरनीमालिीमती भवतिकैनुभन्म उत्साधलीपुऊलचगवत
क्याम्प्रल्पनातक थिरवस्त्रकाता
सवनरजुशयलिया।सागरउसणिणीपरिया सिकिर्तसमएसमयस्सापरुवणकरिसा से०काइएकजथावरजानोहीकी सफणावधता वलवं चोथामा अदा
८. रहतहाथनायजेहना मिसेजहानामएनागराएसियातरुवलक्जमबुवागअप्पायकथिहथे। तस्विरहस्ळदहाथै चेपासानेप्रणतरपुटिममतलनेरुशालनसभुज०ममअलीकज जोलुपमशलानी मेघमजेहनाने वाली पार साथलक० वरिष्ठ रोवणयाम्पातेहनाते जसरीबहानेसरलस्लपणादिके करवा दपाणीपाय॥ पासवितासफवारणएतलजमलजयलपाणिजबाऊ जयलवार निलवधमत्राककनिस्ववचारलोकविशेषतोकथनाधनविसेबलकनमुह निम्नाचेककाशा शिवधोळेहनोलेचचन। यकस०समाहत्तप्रतीरिममजासकरसाक्षिकएहवाकायलेजेहनामले
ललिवियुवरावधेचमडगउहहियसमात्यणि वयगतकारी लक्षण इनुप्रयन्नत जाजाजीवउत्पादिकजवि
जा याममतहमा समय 80 वेलक संसहित लोगनाह नारंध्याका मरने
वलिक.सं०सहि कै. नस सिन्नवाचकव्य
रवि "दयनैवी प्रकार प्रामसमविध रचण" जयणवायामा समरस्सवनस्सासिमामयस्केपतहे। सल परिष्ट एकिकृलसनाकावी कार्यकर निरणधुपायनीजातसुक्षमविता अतिसुक्ष्पत्तपटमा टिकाहायग्रासरसिकराम करमेधावी एकवारसामसु नसेकक्त एकमोटीवत्साटिका" हित
सिध. महावीsulgणसिपावर्गमदपसाडय पसाडियचगाहायसयराहल हाथमात्रा अपमारे तीहासिब गुरुप्रति समवोल्पोहेजा जेतलेकाले । एजीनेसर
वेत. मनसारातबीयपणचणएवषयासी जेणेकालेगातणे पुन्नागहमारी

Page Navigation
1 ... 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200