Book Title: Angavijja
Author(s): Punyavijay, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
Publisher: Prakrit Granth Parishad

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Page 400
________________ २८७ शब्द १४० २३२ उक्कोसस द्वितीय परिशिष्टम् शब्द शब्द पत्र इस्सराणि १२८ उक्कासित क्रिया. १७६-२९५ उट्टित्त क्रिया. १३३ ऐश्वर्य ६१ उक्कुज उस्कुल १८४ उडुजोणि १४० इस्सरभूत ५८-११९ उकुट्ठ उत्कृष्ट ९३ उडुंबर वृक्ष ६३ इस्सरा ५८-११९ उकुट उत्कृष्ट १७० उणमासक सिक्कक ६६ इस्सरियामास २.१ उकुट्ट ध्वनि १७३ उण्णत उहत ३३-१२४ इस्सरोपक्खर ११९ उकडुक उत्कुटुक ३७ उण्णतजोणि इस्सापंडक नपुंसकविशेष ७३-२२४ उक्कुलिणी भाण्ड ७२ उण्णता इंगालकारक कर्माजीविन् ९२ उकूज उस्कूज १५५ उण्णमंत उन्नमत् ३३-१३५ इंगालकोटक अनारकोष्ठक २५४ उकृणित उत्कृणित १२३-१४८ उण्णरूव १४२ इंगालछारिगा अङ्गारभूति १०६ उक्कोस ध्वनि १७३ उण्णवाणिय कर्माजीविन् १६० इंगालवाणिय कर्माजीविन् ९२ उक्कोस पक्षी २२५ उण्णामित क्रिया. १६८-१७० इंगुणि(दि)तेल्ल देवता ६९ उण्णिक .. औणिक १६३ इंचका मत्स्यजाति २२८ उक्खणंत उत्खनत् ३८ उण्हणाभि उर्णनाभ ७० इंदकाइया क्षुद्रजन्तु २३८ उक्खलिका उदूखलिका १९१ उण्हा इंदकेउ इन्द्रध्वज १०१ उक्खली उदूखली ७२-१४२ उण्हाली चतुष्पदा ६९ इंदगोपक क्षुद्रजन्तु १७३-२२९ उक्खंभमाण उत्तम्भयत् ४२ उण्हिा भोज्य १८१ इंदगोविका स्थलचर बहुपदा २२७ उक्खित्त उरिक्षप्त १७१ उण्हिपुण्णामतेल्ल २३२ इंदणाम उक्खित्ततुंबिक ८१ उण्होलक वृक्ष ६३ इंदधणु २० उक्खुली भाण्ड १९३ उतदुंबरमूलीय? इंदधय इन्द्रध्वज उखलिका उदूखलिका २२१ उतु ऋतु १९१ इंदमह इन्द्रमह १०१ उग्गहित उद्गृहीत १४४-१७१ उत्तमजोणि १३९ इंदवदुइ इन्द्रवर्धकिन् १०१ उग्घाडित उद्घाटित १४८ उत्तममज्झिमसाधारणाणि ९६ इंदिआली इंदिआलि उच्चपातरास २४९ उत्तमाणतराणि १२८ इंदीवर उच्चंपति क्रिया. १०७ उत्तमाणि वीसति ५७-९३ उच्चारित क्रिया. १३२-१७० उत्तमामास १४५-२०१ ईसाभिमहित ईषदभिमर्दित २५ उच्छंदण क्रिया. १९३ उत्तरजोणि इंसिसंपीलित ईषत्सम्पीडित २२ उच्छाडित अउच्छादित १०६ उत्तरदारिक २०६ ईसुम्मट्ट ईषदुन्मृष्ट २२ उच्छुद्ध उरिक्षप्त १७१ उत्तरपञ्चत्थिम उच्छुरस १८. उत्तरपच्छिम उउपाण उदपान १६. उजवणिका उद्यानिका २४९ उत्तरपुरस्थिम ५८ उकरालीसं एकचत्वारिंशत् ११७ उजाणगिह उद्यानगृह १३८ उत्तराणि ५८-११० उक्ट्ठा उत्कृष्टा २४-३३ उजाणभोज उद्यानभोज्य २५६ उत्तरिज्ज उत्तरिय ६४-१६४ उक्कट्टित शोकात १२१ उज्जालक ९१ उत्ता उक्ता ३८-२३६ उकडओकड्ड उत्कृष्टापकृष्ट ८६ उज्जुउल्लोइत ऋजूल्लोकित ३४ उत्ताणपस्सिक उत्तानपार्श्विक २४९ उकडुति उत्कर्षति ८० उजुकाणि ५९-१२८ उत्ताणरत १८४ उक्करिसाऽपगरिसा उत्कर्षापकर्षात् १० उजुकामास १३०-१६९ उत्ताणसेज उत्तानशय्या २४९ उक्कस्स उत्कर्ष १५ उज्झंत उज्झत् १४८ उत्ताणाणि १२८ उकंठका उत्कण्ठा १३६ उज्झीयति उत्क्षीयते २५० उत्ताणुम्मत्थकाणि ५९-१२५ उक्कंदित क्रिया. १४८ उद्दपाल उष्ट्रपाल कर्माजीविन् १६० उत्तिममज्झिमसाधारणाणि ५७ उक्कापात उल्कापात २०६ उट्टिका भाण्ड ७२-२१४ उत्थत क्रिया. १४८ उक्कारिका भोज्य १८२ उट्टितप? २१४ उत्थित क्रिया. १६८-१७० २११ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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