Book Title: Angavijja
Author(s): Punyavijay, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
Publisher: Prakrit Granth Parishad

View full book text
Previous | Next

Page 404
________________ द्वितीयं परिशिष्टम् २९१ शब्द २०९ कसकी १४६ भोज्य १८१ २२९ पत्र शब्द पत्र शब्द पत्र कम्णुप्परिका भङ्ग १२३ कम्मजोणी अज्झाय १५९-१६१ कसक उद्भिज २२२ कण्णुप्पलक कर्णभाभू. ११६ कम्मणक्खत्त वृक्षजाति ७० कष्णुप्पीलक कर्णआभू. १६२ कम्मण्ण ? कसरि भोज्य ७१-१७९ कण्णेपूरक कर्णाभू. १६२ कम्मदार कसिगोरक्ख कर्माजीविन् १५९-१८५ कण्णेयाणि ५९-१२८ कम्मासवाणिज्ज कर्माजीविन् १६० कसित गोत्र १४९ वर्ण १.४ कम्मिक कर्मिक कसेरुक कहकराल? ९२ कम्मियि कस्मिंश्चित कसेरुक कण्हकीडिका फलजाति क्षुद्र जन्तु २२९ कम्हियि कम्हगुलिका कस्स? ११४ उद्भिज्ज २२९ कहिक कृताहिक २४७ कण्हणीलपडीभागा कस्सव गोत्र १५० १२८ कयर पक्षिनाम २ कस्सामो कण्हतिल रोग २०३ कयार ऋक्ष्यामः २३६ कचवर १०६ कंक रोग २०३ कण्हतुलसी वनस्पति ९२ कर वृक्ष ६३ कंकण कन्हपडीमागे भाण्ड ७२ १०४ करकी करणाभू. ६५ कंकसालाय कङ्कशालायाम् १३६-१३८ कण्हपिपीलिका क्षुद्र जन्तु करणमंडल ५८-११६ करणसालाय करणशालायाम् १३८ कंगुका कण्हमोयक? पुष्प ७० करणोवसंहिता कण्हलुक्ख धान्य १६४ १२८ करमंद फल ६४-२३१ कण्हवण्णपडिभागा कंगूक वृक्षजाति कण्हविच्छिका करल रोग २०३ कंचणिका भाण्ड ७२ क्षुद्रजन्तु २२९ करंजतेल्ल कटीबाभू. कण्हाणि १ ५७-९२-१२८ करंडग कम्हामास कटीआभू. ६५-१६३ करण्डक २२१ कंचीकलापक १३० कण्हाल? करिण्हुका उद्भिज २२९ कंचुक वन ६४ ९२ करिलेग फल २३८ कंटकमालिका मामू. चतुष्पदा ६९ करीस करीष १०६-१४२ कंटकालक कण्टकमय कतमस्सि कतमस्याम् २६४ करेणूयक वस्त्र १६४ कंटकीरुक्ख कण्टकिवृक्ष कतलिछारिका? कर्तब करोडक ६५ कंटासक कदम्बवृक्ष भाण्ड ६३ कतिमि ७२ कंटिका करोडी कतमाम् कतरिका कतरिका १९१ कलभ बाल ९७ कंटेण चतुष्पद ६२ कस्थलायण गोत्र १५० कलवा गोत्र १५० कंठेगुण कण्ठसूत्र? ६४-२५८ कहमग स्थल-जलचर २२७ कलस भाण्ड ६५ कंडरा भङ्ग ६६-११९ कया कलहिभी वृक्ष? २३८ कंडूसी गोत्र १५० कधामझक पक्षिनाम ६२ कलाय धान्य १६४ कंडे जलवाहन १६६ कपिट्ट फल २३९ कलायभजिय भोज्य १८२ कंतिकवाहक कपित्थतेल्ल २३२ कलायस फल २३१ कंदल पुष्प ६३ कपिलक पक्षिनाम १२ कलिमाजक फल ६४ कंदलि वृक्ष २४३ गोत्र १५० कल्लाडक मत्स्यजाति २२८ कंदित ऋन्दित ४६-१६२ कप्यासिक वस्त्र २२१-२३२ कवचिका भाण्ड ७२ कंदियविधि कप्पासी कासी ७० कवल चतुष्पद ६२ कंदूग आभू. ६५ कम्पोपक कल्पोपग ६२ कवल्ली भाण्ड ७२ कंबल वन १७ कमेइका कृमिजाति ७० कविट्ठ ६३ कंबलिक कमंडलू भाजन १०१ कविंजल पक्षी ६२ कंसकारक कर्माजीविन् १६०-१६१ कम्मकत कर्मकृत २५६ कवी पक्षी १९५ कंसगिह कांस्यगृह १३६ कम्मगिढ़ कर्मगृह १३६-१३७ कम्वुड ? 4. कंसपत्ति भाण्ड ७२ आभू. वृक्ष " २२० Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487