Book Title: Agam Suttani Satikam Part 05 Bhagvati
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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शतकं-८, वर्गः-, उद्देशकः-१
३५९ सच्चम णप्पयोगपरिणए एगे मोसमणप्पओगपरिणए १ अहवा एगे सच्चमणप्पओगप० एगे सच्चमोसणप्पओगपरिणए २ अहवा एगे सच्चमणप्पयोगपरिणया एगे असच्चामोसमणप्पओगपरिणए ३ अहवाएगे मोसमणप्पयोगप० एगे सच्चामोसमणप्पयोगप०४ अहवाएगे मोसमणप्पयोगप० एगे असच्चामोसमणप्पयोगप० ५ अहवाएगेसच्चामोसमणप्पओगप० एगे असच्चामोसमणप्पओगप०६।
जइ सच्चमणप्पओगप० किं आरंभसच्चमणप्पयोगपरिणए जाव असमारंभसच्चमणप्पयोगप०?, गोयमा! आरंभसच्चमणप्पयोगपरिणयावाजावअसमारंभसच्चमणप्पयोगपरिणया वा, अहवा एगे आरंभसच्चमणप्पयोगप० एगे णारंभसच्चमणप्पयोगप० एवं एएणं गमएणं दुयसंजोएणं नेयव्वं, सव्वे संयोगा जत्थ जत्तिया उट्टेति ते भानियव्वा जाव सव्वट्ठसिद्धगत्ति । जइ मीसाप० किं मणमीसापरि० एवं मीसापरि० वि०।
जइ वीससापरिणया किं वनपरिणया गंधप० एवं वीससापरिणयावि जाव अहवा एगे चउरंससंठाणपरि० एगे आययसंठाणपरिणए वा। - तिन्निभंते ! दव्वा किं पयोपरिणया मीसाप० वीससाप०?, गोयमा ! पयोगपरिणया वा मीसा परिणया वा वीससापरिणया वा १ अहवा एगे पयोगपरिणए दो मीसाप० १ अहवेगे पयोगपरिणए दो वीससाप० २ अहवा दो पयोगपरिणया एगे मीससापरिणए ३ अहवा दो पयोगप० एगे वीससाप० ४ अहवा एगे मीसापरिणए दो वीससाप०५ अहवा४ दो मीससाप० एगे वीससाप०६ अहवा एगे पयोगप० एगे मीसापरि० एगे वीससाप०७।
___ जइ पयोगप० किं मणप्पयोगपरिणया वइप्पयोगप० कायप्पयोगप० ?, गोयमा ! मणप्पयोगपरिणयावाएवं एक्कगसंयोगोदुयासंयोगोतियासंयोगोभानियव्वो, जइमणप्पयोगपरि० किं सच्चमणप्पयोगपरिणए ४?, गोयमा ! सच्चमणप्पयोगपरिणया वा जाव असत्रामोसमणप्पयोगपरिणए वा ४, अहवा एगे सच्चमणप्पयोगपरिणए दो मोसमणप्पयोगपरिणया वा, एवं दुयासंयोगो तियासंयोगो भानियव्वो, एत्थवि तहेव जाव अहवा एगे तंससंठाणपरिणए वा एगे चउरंससंठाणरिणए वा एगे आययसंठाणपरिणए वा।
चत्तारिभंते ! दव्वा किं पओगपरिणया३?, गोयमा! पयोगपरिणया वा मीसापरिणया वावीससापरिणया वा, अहवाएगेपओगपरिणएतिन्निमीसापरिणया १ अहवाएगेपओगपरिणए तिन्नि वीससापरिणया २ अहवा दो पयोगपरिणयादो मीसापरिणया३ अहवादोपयोगपरिणया दो वीससापरिणया ४ अहवा तिन्नि पओगपरिणया एगे मीससापरिणया ५ अहवा तिन्नि पओगपरिणया एगे वीससापरिणए ६ अहवा एगे मीससापरिणए तिन्नि वीससापरिणया ७ अहवा दो मीसापरिणया दो वीससापरिणया ८ अहवा तिन्नि मीसापरिणया एगे वीससापरिणए ९अहवा एगे पओगपरिणए दो वीससापरिणया (एगेमीसापरिणए) १ अहवाएगे पयोगपरिणए दो मीसापरिणया एगे वीससापरिणए २ अहवा दो पयोगपरिणया एगे मीसापरिणए एगे वीससापरिणए ३ । जइ पयोगपरिणया किं मणप्पयोगपरिणया ३।
एवं एएणं कमेणं पंच छ सत्त जाव दस संखेज्जा असंखेज्जा अनंता य दव्वा भानियव्वा (एक्कगसंजोगेण) दुयासंजोएणं तियासंजोएणं जाव दससंजोएणं बारससंजोएणं उवजुंजिऊणं
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