Book Title: Agam Suttani Satikam Part 05 Bhagvati
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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भगवतीअगसूत्रं ८/-/९/४२४ से किं तं सरीरप्पयोगबंधे ?, सरीरप्पयोगबंधे पंचविहे पन्नत्ते, तंजहा-ओरालियसरीरप्पओगबंधे वेउब्वियसरीरप्पओगबंधे आहारगसरीरप्पओगबंदे तेयासरीरप्पयोगबंधे कम्मासरीरप्पयोगबंधे। ओरालियसरीरप्पयोगबंधे गंभंते! कतिविहे पन्नते?, गोयमा! पंचविहे पन्नत्ते, तंजहा-एगिंदियओरालियसरीरप्पयोगबंधे बेंदियओ० जाव पंचिंदियओरालियसरीरप्पयोगबंधे । एगिदियओरालियसरीरप्पयोगबंधे णं भंते ! कतिविहे पन्नते ?, गोयमा ! पंचविहे पन्नत्ते, तंजहा-पुढविक्काइयएगिदिय० एवं एएणं अभिलावेण भेदोजहाओगाहणसंठाणे
ओरालियसरीरस्स तहा भानियव्वो जाव पञ्जत्तगब्भवतियमणुस्सपंचिंदियओरालियसरीरप्पयोगबंधेय अपज्जत्तगब्भवतियमणूस० जाव बंधेय।
ओरालियसरीरप्पयोगबंधेणं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं?, गोयमा! वीरियसजोगसद्दव्वयाएपमादपच्चया कम्मंचजोगंचभवंचआउयंच पडुच्चओरालियसरीरप्पयोगनामकम्मस्स उदएणंओरालियसरीरप्पयोगबंधे।। एगिदियओरालियसरीरप्पयोगबंधेणंभंते! कस्स कम्मस्स उदएणं?, एवं चेव, पुढविक्काइयए-गिदियओरालियसरीरप्पयोगबंधे एवं चेव, जाव वणस्सइकाइया, एवं बेइंदिया एवं तेइंदिया एवं चउरिदियतिरिक्खजोनिय०, पंचिंदियओरालियसरीरप्पयोगबंधे णं भंते ! कस्स कम्मस्स उदएणं?, एवं चेव, मणुस्सपंचिंदियओरालियसरीरप्पयोगबंधेणंभंते! कस्स कम्मस्स उदएणं?, गोयमा! वीरियसजोगसद्दव्वयाए पमादपच्चया जाव आउयं च पडुच्च मणुस्सपंचिंदिय-ओरालियसरीरप्पयोगनामाए कम्मस्स उदएणं।
___ओरालियसरीरप्पयोगबंदेणंभंते! किंदेसबंदेसव्वबंधे?, गोयमा! देसबंधेविसव्वबंधेवि, एगंदियओरालियसरीरप्पयोगबंधेणंभंते! किं देसबंधेसव्वबंधे?, एवं चेव, एवं पुढविकाइया, एवंजाव मणुस्सपंचिंदियओरालियसरीरप्पयोगबंदे णंभंते ! किं देसबंधे सव्वबंधे?, गोयमा! देसबंधेवि सव्वबंधेवि।
ओरालियसरीरप्पयोगबंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ?, गोयमा! सव्वबंधे एक समयं, देसबंधेजहन्नेणं एकंसमयंउक्कोसेणंतिन्निपलिओवमाइंसमयऊणाई, एगिदियओरालियसरीरप्पयोगबंधे णं भंते ! कालओ केवच्चिरं होइ ?, गोयमा ! सव्वबंधे एक समयं देसबंधे जहन्नेणं एवं समयं उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइं समऊणाई, पुढविकाइयएगिदियपुच्छा, गोयमा! सव्वबंधे एक्कं समयं देसबंधे जहन्नेणं खुड्डागभवग्गहणं तिसमयऊणं उक्कोसेणं बावीसं वाससहस्साइंसमऊणाई, एवं सव्वेसिं सव्वबंदो एक समयं देसबंदो जेसिनस्थि वेउव्वियसरीरं तेसिं जहन्नेणं खुड्डागं भवग्गहणं तिसमयऊणं उक्कोसेणं जा जस्स ठिती सा समऊणा कायव्वा, जेसिं पुण अस्थि वेउब्वियसरीरं तेसिं देसबंधो जहन्नेणं एवं समयं उक्कोसेणंजा जस्स ठिती सा समऊणा कायव्वा जाव मणुस्साणं देसबंधे जहन्नेणं एक समयं उक्कोसेणं तिन्नि पलिओवमाई समयूणाई।
" ओरालियसरीरबंधतरेणं भंते! कालओ केवच्चिर होइ?, गोयमा! सव्वबंधतरंजहन्नेणं खुड्डागंभवग्गहणं तिसमयऊणंउक्कोसेणंतेत्तीसंसागरोवमाइंपुवकोडिसमयाहियाई, देसबंधंतरं जहन्नेणंएक्समयंउक्कोसेणं तेत्तीसंसागरोवमाइंतिसमयाहियाइंएगिदियओरालियपुच्छागोयमा सव्वबंधतरंजहन्नेणंखुड्डागंभवग्गहणं तिसमयऊणंउक्कोसेणंबावीसंवाससहस्साइंसमयाहियाई, Jain Education International
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