Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Shwetambar
Author(s): Purnachandrasagar
Publisher: Jainanand Pustakalay
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
विमुकुलुज्जलितर यतगिरिसिहर विमलससिकिरणसरिसकलहोयनिम्मलाहिं पवणाहयचवलचलियसललियपणच्चियवीइपसरियखीरोदगपवर सागरुप्पूर चंचलाहिं माणससर पसर परिचियावासविसदवे साहिं कणगगिरिसिहर संसिताहिं ओवाउप्पातचवलजयिणसिग्धवेगाहिं हंसवधूयाहिं चैव कलिया नाणामणिकणगमहरिहतवणिज्जुज्जलविचित्तडंडाहिं सललियाहिं नरवतिसिरिस - मुदयम्पगासणकरीहिं वरपट्टणुग्गयाहिं समिद्धरायकुलसेवियाहिं कालागुरुपवरकुंदुरुक्कतुरुक्क धूववश्वासविसदगंधुदधुयाभिरामाहिं चिल्लिकाहिं उभयोपसंपि चामराहिं उक्खिप्पमाणाहिं सुहसीतलवातवीतियंगा अजिता अजितरहा हलमुसल (कणग पा० ) पाणी संखचक्कगयसत्तिणंदगधरा पवरुज्जलसुकंतविमलकोथूभतिरीडधारी कुंडलउज्जोवियाणणा पुंडरीयणयणा एगावलीकंठरतियवच्छा सिरिवच्छसुलंछणा वरजसा सव्वोउयसुरभिकुसुमसुरइयपलंबसोहंतवियसंतचित्तवणमालरतियवच्छा (प्र० लक्खणवंजणगुणोववेया) अट्ठसयविभत्तलक्खणपसत्थसुंदर विराइयंगमंगा मत्तगयवरिंदललियविक्कमविलसियगती कडिसुत्त गनीलपीतको सिज्जवाससा पवरदित्ततेया सारयनवथणियमहुरगंभीरनिद्धघोसा नरसीहा सीहविक्कमगई अत्थमियपवस्थयसीहा सोमा बारवइपुन्नचंदा पुव्वकयतवप्पभावा निवद्विसंचियसुहा अणेगवाससयमातुवंतो भज्जाहि य जणवयप्पहाणाहिं लालियंता अतुलसद्दफरिसर सरूवगंधे अणुभवेत्ता (ना) तेवि उवणमंति मरणधम्मं अवितत्ता कामाणी भुज्जो मंडलियनरवरेंदा सबला सअंतेउरा सपरिसा सपुरोहियामच्चदंडनायक - सेणावतिमंतनीतिकुसला नाणामणिरयणविपुल धणधनसंचयनिही समिद्धकोसा रज्जसिरिं विपुलमणुभवित्ता (न्ना) विक्संता बलेण ।
॥ श्री प्रश्रव्याकरणदशाङ्गम् ॥
पू. सागरजी म. सं
३१
Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir
For Private And Personal

Page Navigation
1 ... 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79