Book Title: Agam 01 Ayaro Angsutt 01 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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कम
3
गंथाणुक्कम
पठमो सुयक्खंधो अज्झयणं
| उद्देशक । सुतं | गाहा | अणुक्कम | पिट्टको । सत्य परिग्गा १-७ १-६२
१-६२ लोग विजओ
९-१३ सीओसणिनं
| १-४ ।१०६-१२६ ४-१२ -१३८ १३-१५ सम्मतं १-४ १२७-१४०
१६-१७ लोगसारो
१४१-१७२ १३
-१८५ । १७-२१ ६ | धुवं
१-५ १७३-१९३- १४-१६ -२०१ २१.२३ |७ वि-वन्न ८ विमोक्लो
१८ १९४-२२३ १७-४१ -२६४ २४-३० ९ | उवहाण मुयं
४२-१११ २६५-३३४ | ३०-३४
बीओसुयस्खंधो कम अन्झयणं
उद्देसक सुतं | गाहा अणुक्कम | पिटेको | पिंडसमा
१.११ / २२४.२८६ । ३३५-३९७ | ३५-५४ सेना | १.३ । २८७-३३३
-४४४५४-६४ इरिया १-३ । ३३४-३५४
-४६५६४-७१ भासनातं | १-२ । ३५५-३६३
-४७४ |७१-७५ |वधेरणा १-२ | ३६४-३७४
-४८५ ७५-८१ | पाणेसाणा १-२ | ३७५-३७७
-४८८८१-८७ ओगह पडिमा १-२ | ३७८-३८५
-४९६८७-९२ | टाण सत्तिकर्य . ३८६
-४९७ | ९२-९५ | निसिहिया सत्तिक्कयं ३८७
४९८ | ९५.९७ १0 | उच्चार पासवण सत्तिककयं ३८८-३९०
___५०१ | ९७-९९ | ११ | सह सत्तिक्कयं
३९१-३९३
-५०४ / ९९-१०१ १२ रूव सतिककर्य
| ३९४
-५०५ १०१-१०३ १३ पकिरिया सतिक्कयं ।
५०७ १०३-१०६ १४ | अणणकिरिया सत्तिक्कयं ३९७
-५०८ | १०६-११०
२
१५ भावना
-
३९८-४०२
| १६ | धिमुति
११२-१३५ -५४० ११०-११९ |१३६.१४७
|५४१-५५२ | ११९-१२०
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