Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 03 Aagam Sootradi Akaaraadi
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad
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आगम संबंधी साहित्य
[भाग-3] नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि
[ क-कार ] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत सूत्रांक यहां देखीए
७
सत्राधनु
६४९* काउन्सम्ग मुक्खपह० १२९* काउस्सग्गे जह सुवियस्स २९८ काउं पडिग्गहं करयलं मि ३९४ कार्ड हिभए दोसे
३ ३ .
१९९४ १६४८ २७३+ १९९७ ३६+ ४०४
%AA%
दीप
४०. काऊण पगडतं
क्रमांक
७
५
के लिए
नं.अ.आ.
५. १९८ कंदतो कंदुकुंभीसु कहिं पडिहया सिद्धा ३ ९५८ कंवं मूलं पलंब वा
. १४२८० कंदाई सञ्चित्तो तकंचुयपदज्जुणमि अ हत्थो . ३५८ कंपिल्लपुरवरंमि कंटगतेणा वाला
७४+ कंपिल्लपुराहिवई कंटगथाणुगवालाविलंमि १९७ कंपिल्लम्मि य नयरे कंटगमाई य आहे ४ २५०+ कंपिल्लं गिरितडगं कंडियतिगुणुका - १७१ कंपिल्ले नयरे राया अभत्तच्छंदो
८४ कंपिल्ले मलयवई तामि ताव पेलु ६ ३५+ कंपिले संभूओ कतारे दुभिक्खे ३ २५४+ कंसेसु कंसपाएसु कतारे तुम्भिक्खे ५. ११२ काउसग्गेणं भंते ! कंदप्पकोकुईया
७ १६३५* काउस्सग्गंमि ठिो कंदप्पमामिभोमं ७ १६२८* काउस्सगंमि ठिओपिते
RECEMARALA
४४२ १०९+
देखीए
८३९
४०८० काऊण तवचरणं ३४२ काऊग क्वचरणं बहूणि ५४८० काऊण नमोकार ३४. काऊणमणेगाई जम्म० १०७० काऊण य अभिसेअं २५९० काऊण समणरूवं २६ काऊण य सामनं ३२प्र० काए उस्सगंमि य ५१३ काएऽवि व अज्झप्पं
६६+ ३६७
'सवृत्तिक
५ ७ ३ ४
॥२६
आगम
२३२+
सुत्ताणि
१५६७
%
~288
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