Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 03 Aagam Sootradi Akaaraadi
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 369
________________ आगम संबंधी साहित्य [भाग-3] नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि [प-कार ] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य) प्रत सूत्रांक यहां देखीए % - ३ ५ ५ ४६२ ३३८ १२८८ दीप क्रमांक के लिए देखीए पिंडोलए व दुस्सीलो पीढए चंगवेरे अ पीसंती निपिढे फासु पुक्खवररदीवडे पुच्छ भंते ! जहिच्छं ते पुच्छंताण कहेइ पुच्छाए कोणिओ खलु पुच्छाए तिणि तिआ पुच्छा गिहिणो चिंता पुच्छामि ते महाभाग! पुच्छिऊण मए तुभं | पुच्छिज्जा पंजलिउडो पुजा जस्स पसीयंति पुढं सुणेइ सदं 806 ७ १४९ पुढे सुणेइ सई ३०५* पुट्ठो जहा अबद्धो ३ ६०२ पुट्ठो जहा अबद्धो १०* पुट्ठो य दंसमसएहिं ८५३७ पुढविकार्य पहिंसंति ४३७ पुढविकायं विहिंसंतो ७८ पुढविकाओ तिविहो ४ ४ १५ पुढवितसे तसरहिए ४ २४० पुढविदए य पुढपिए ७ ८५२७ पुढविदगअगणिमारअ० ४ ५५ पुढविद्गअगणिमारुअ० ५ ७ १०००* पुढविद्गअगणिमारुय ३ ७ ४६* पुढविदगअगणिमारुय ४ १ ७८* पुढविदगअगणिमारुय५ ५ पुढवितसपाणसमुहिएहिं १४३४ पुढविं न खणे न खणावए १७६ पुढवि भित्ति सिलं लेखें ५८* पुढवी आउक्काए २३५* पुढवी आउकाए २३६* पुढवी आउकाए ३३८ पुढवी आउक्काए ४५ पुढवी आउकाए ४४ पुढवी आउकाए १६९+ पुढवी आउकाओ ३३६* पुढवी आउजीवा य +१४ पुढवी आउवगस्सइ ४६६ पुढवीकाओ तिविहो ४६ पुढवी कायमइगओ ५४१ १०२१* १४४२* 'सवृत्तिक आगम १२ नद्या- २९४* सुल्ताणि ~369

Loading...

Page Navigation
1 ... 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431