Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 03 Aagam Sootradi Akaaraadi
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad
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आगम संबंधी साहित्य
[भाग-3] नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि
[ब-कार + भ-कार ] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सूत्रांक
यहां देखीए
450-6-4
३ ३ ५
७
दीप क्रमांक के लिए देखीए
३
06666
| बालेहि मूटेहिं अयाणएहिं . ३८९० बाहुबलि कोवकरणं बालो अबालभावो ३ ७३+ विइयकसायाणुदए बावत्तरि कलाओ अ
४३६ विदयदुवस्स विवक्खो बावत्तरी कलाओ अ
७६४७ विइयपइन्ना जिणसास० बावीससहस्साई
७ १४५३० बिइयस्स पेसवर्ग बावीस सागराई
१६०५० बिइयंमि होति तिरिया बावीससागराऊ ७ १५३८० विइयं सुत्तग्गाही बावीसं तित्थयरा
३ १२६० विडमुब्भेइमं लोणं । बाबीसं बायरसंपराए ७ ७९ वियतियचउरो पंचिंदिया बाहाए अंगुलीय ४ ४३८ वियतियचउरो पंचिंदिया बाहिरखित्तमि ठिो ३ १२३४ बिंदू छीए [य] परिणय बाहिरगामे बुच्छा ४ १०४+ बीए जोणिब्भूए बाहिरलंभे भजो
६२ बीओदग संघट्टण बाहिं जइवि असुद्धा ४ १०१ वीओऽवि नमीराया
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३४९ बीओऽविभ आएसो १०९ बीओऽविय आएसो १४२ बुद्धस्स निसम्म भासियं
९३ बुद्धाई उवयारे । ४९९ बुद्धे परिणिब्बुए चरे
बेइंदियकायमइगओ
बेइंदियपरिभोगो २२६* बेइंदियपरिभोगो ३६६ बेइंदिया उ जे जीवा
४७ बोडिय सिवभूईओ १४७७ बोडियसिवभूईओ २३४ बोहण अप्पडिबुद्धे २४७+
भकार: २६९ भइणीओ मे महाराय!
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४
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३ ५
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'सवृत्तिक आगम
सुत्ताणि
७
~375
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