Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 03 Aagam Sootradi Akaaraadi
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad
View full book text ________________
आगम संबंधी साहित्य
[भाग-3] नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि
[ब-कार ] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सूत्रांक यहां देखीए
सूत्रायनभम
ओ.
8
पि.3.
८३८
60ms.
१००१ १६२३%
दीप क्रमांक के लिए
बहुं खु मुणिणो भई बहुं परघरे अस्थि बहुं सुणेइ कन्नेहिं
बंधइ अहे भवाऊ & बंधणसाडुभयाणं
बंभगुण पन्नवीसे
बंभणगामे नंदोवनंद & बभंमि (मी) उ चउकं
बंभंमि नायज्झयणेसु | बादति भाणिऊणं |बाणउई चउहत्तरि वायर सुहुमं भावे बायरा जे उ पज्जत्ता बायरा जे उ पजत्ता
७ २४३० बायरा जे उ पजत्ता ५ १८६० बायरा जे उ पजत्ता
३५४* बायरा जे उ पजत्ता १०१ बायालीसेसणसंकडंमि १७१+ बायालीसेसणसंकडंमि
२४ बारवइ अरहमित्ते ३ ४७५ बारवई वेयरणी ७ ३८१ बारस अंगुल दीहा ७ ११४८* बारस इकारसमे बार ३ ५३+ बारस चेष य वासा ३ ६५५ वारस वासे अहिए ६ २४९ बारसवासे अहिए ७ १४४४* वारसविहम्मिवि तवे ७ १४५८* बारसविहे कसाए
७ १४६६* बारस सोलस अट्ठार ७ १४८२१ बारसहिं जोयणेहिं ७ १४९१* बारसंगविऊ बुद्धे ४ ५४६ बारसंगो जिणक्खाओ ६ ६३४ बारसेव उ वासाई ३ १४०५ बारस्स पिट्टणंमि ३ १४०२ बालमरणाणि बहुसो
२८ बालस्स पस्स बालतं ८३* बालाई उवगरणं ५३७ वालाईणणुकंपा
बाला किडा मंदा बला ५२७ बालाणं अकामं तु १८८ बालाभिरामेसु दुहावहेसु ११३ वाले वुड्ढे मत्ते
देखीए
८८+ १३+
BASSA
'सवृत्तिक आगम
सुत्ताणि
५७२
~374
Loading... Page Navigation 1 ... 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431