Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 03 Aagam Sootradi Akaaraadi
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad
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आगम
संबंधी
साहित्य
प्रत
सूत्रांक
यहां
देखीए
दीप क्रमांक
के लिए
देखीए
वृत्तिक
आगम
लागि
[भाग-3] नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि - गाथा - अकारादि
[ न-कार ]
पूज्य आगमोद्धारकश्री संशोधितः मुनि दीपरत्नसागरेण पुनः संकलितः नन्दी - आदि गाथा - अकारादिः (आगम-संबंधी- साहित्य)
नं. अ. आ.
ओ.
द. पि. उ.
॥ ५९ ॥
निक्लेवो अ (5) जीवंमि ७ निक्खेवो अपमाए
७
निक्खेवो अपमाए
७
निक्लेवो अ मिआए
निक्खेवो अ सुमि निक्यो उ उम्मे निक्खेवो उ गईए निक्खेवी उ तयंमि
निक्लेवो उदुमंमि
निक्खेवो उनर्मिमि
निक्खेवो कविलंमी
निक्खेवो खलंकंमि
निक्खेवो गोअमंमी
निक्खेवो चरणंमि. (मी)
"
७
७ ७.
ด
७
५५४ निक्खेवो जन्नंमि अ ५०७ निक्खेवो जीवंनि अ ५२२ निक्लेवो नियंठंमि ४०५ निक्लेवो नियंठमि चड० ५०९ निक्खेवों पयडीए
२४४ निक्खेवो मिक्लुमि चड० ५०३. निक्खेवो मग्गंमि (वि) ५१३ निक्लेवो मुक्खंमिश्र २८० निक्खेवो विभत्तीए
२६० निक्खेवो संजइजमि २५० निक्लेवों सामंमि (य)
४९० निगमण सुद्धी तित्यंतरावि
४५१ निम्गम देउल दाणं
५१७
निग्गंध सक वस
~
.
354
७
७
७
७
ค
७
७
७
७
७
७
५
६
६
४६३ निम्ये पावणे
५५२ निम्गंथो धितो
४२३
२३७
५३३
३७३
५०१
निकालऽपमतेण
नियं चिय जुवइपसू
निषं मीएण तत्येणं
निचुब्बिग्गो जहा तेणो
निच्छ्रयओ दुनेयं
निच्छयओ सवित्तो
निच्छयओ सचित्तो
४९९
५५६
३९१
४८३
१३४ निच्छिन्नसम्बदुक्सा ३३८ निच्छोडिए करीसेण ४४५ निज्जवगगस्स सगासं
निच्चवनयस्स चरणाय ०
निच्छयमवलंबता
७
७
७
७
५.
૨
४.
६
११
६० १०५
४
₹
७६०
१०२४*
६२६
1. ३५
६७१*
६
१९८
७१६
३३९
७६२
९८८ २७३
२८+
सूत्रायतु
क्रमः
।। ५९ ।।
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