Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 03 Aagam Sootradi Akaaraadi
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad

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Page 353
________________ आगम संबंधी साहित्य [भाग-3] नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि [न-कार ] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य) प्रत सूत्रांक यहां देखीए दीप क्रमांक के लिए देखीए नाम०दव्वंमि कुरेग गया ६ ७९ नायमि गिहिजब्वे ३ १०६५ निकारणिों चमढण ४८० नाम०हिरण्णाई ४ ४११ नायमि गिहियब्वे ३ १७१८ निकिंचणा य समणा नाम०दव्वे वानरजूहं ४ ४५९ नारी पीवरगम्भा ८३+ निकई सविसेसं १६३८ नाम०व्वे भावे एकेकया ६ ७४ नारी पीवरगन्मा । १०६+ निक्सम पवेस मंडलि २७५+ नामन्दसण नाण चरिते ६ १३८ नारीसु नो पगिझिज्जा ७ २२६* निक्खम पवेस मोत्तुं ४. '२८१ | नाम०भावे गहणेसणया ६ ५१६ नावा अ इइ का वुत्ता - ७ ९०३७ निक्खम्ममाणा इस ५ ४६१* नाममि अ खित्तमि अ .. ५६ नावा (ए) उत्तरि ३ ३६ प्र० निक्खंतो गयउराओ नाममि सरिसनामो ६ १३९ नावानिभो उग्गहणतगो ४ ३१३+ निक्खंतो हथिसीसा नाम०सत्तमिया भावदिसा ३ ८०९ नासंदीपलिकेसु २६३७ निक्खिविउ किइकम्म नाम०संजमज़सकित्ती ३ १०५५ नासाए पंचमं बूआ २ २७* निक्खेवावसरो पुण नाम०संजम पग्गह जोहे. ७ ५२४ नासीले ण विसीले ३३१% निक्खेवु पवयणमि नामाइ चउम्भेयं ५ २८ नाहं रमे पक्खिणि पंजरे वा ७ ४८१० निक्खेवेगृह निरुत्त. नामाई वणरसर्गध० ७ १२९३७ निभमा मणुयगईए ४३६ निक्खेवेगह विहाण. नायमुदाहरणंति अ ५ ५२ निकंपया य नवमे २० निक्खवो अ (उ) चउक्के ५ ३ १५१+ ASSASALXAS 'सवृत्तिक आगम सुत्ताणि ~353

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