Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 03 Aagam Sootradi Akaaraadi
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad

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Page 362
________________ आगम संबंधी साहित्य [भाग-3] नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि [प-कार ] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य) प्रत सूत्रांक यहां नं.अ.आ. ५५५ सूत्राघनु. ६ ६ १०८ देखीए द.पि.उ. 44 ॥६३॥ दीप ४ ३०० १७७ १७ क्रमांक 1564%A4%25% के लिए पण्णा छायालीसा *पण्णासा लक्खेहिं पत्तट्ठवणं तह गुच्छओ पत्तलदुमसालगया पत्तस्स उ पडिलेहा पत्तं च मग्गमाणे पत्वं पत्ताबंधो पायठ्ठवणं पत्तं पत्ताबंधो पायट्ठवणं पत्तं पमज्जिऊणं पत्ताण खेत्त जयणा पत्ताबंधपमाण पत्ते य पउरलंभे पत्तेवबुद्धकरणे पत्तेयबुद्ध जिणकप्पिया -RMA ३ ६५० पत्तेयबुद्ध निण्हव ६ १५८ पयसम दुगभन्भासे ३ ३० पत्तेयमक्खराई ३ १७ परकम्मं अत्तकम्मीकरेइ ४ ६९५ पत्तेयसरीरा उ . १४६७७ परतित्वियगहपहनास०१ २१४ पत्ते वसंतमासे ३ १४१२ परदारगमणं समणो०। ४ ४७९ पत्थेण व कुलएण व ५ ५७+ परपक्खेऽवि अ दुविहं ४ ३२७ पनरस तीसइविहा ७ १५६९* परपक्खो उ गिहत्या ६६९ पन्नान्नाणपरिसहा ७ ७४ परपश्चाइया छाया ६७५ पभूयरयणो राया ७००* परमत्वसंथवो वा २९५ पमाणे काले आवस्सए ४ ४१२ परमरहस्समिसीणं २३७ पयइठिइपएसाणुभावमिन्नं ३ ।५१ परमाणुपुग्गला खलु ६९४ पयणुकोहमाणो य ७ १३२०० परमाणू तसरेणू ६ ६४० पयत्तपत्ति व पक्कमालवे ५ ३१९० परमोहि असंखिज्जा ३ ११६३ पयलायइ पडिपुच्छर ३ १६४० परलोगु मुत्तिमग्गो ४ १२६ पयलायंत सुसुत्तो ३ १५७८ परवसणं अहिनंदद देखीए १०८८ ७६१ ४ ९९* 'सवृत्तिक आगम सुत्ताणि ।२७ ~362

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