Book Title: Aagam 39 MAHA NISHITH Moolam ev
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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आगम
(३९)
प्रत सूत्रांक
[५]
गाथा
||१३५||
दीप अनुक्रम
[ ३६५ ]
“महानिशीथ" छेदसूत्र -६ (मूलं)
- -
अध्ययन [ २ ], उद्देशक (3). मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित ......
-----MAR
मूलं [५] + गाथाः || १३५||
.....आगमसूत्र [ ३९ ], छेदसूत्र [६] "महानिशीथ" मूलं
हाहाऽऽकंदपरायणा ॥ ६॥ नास्यनिरि विकणं गाणं जमला क निन्यरिहि सुदारुण? ॥ १ ॥ नास्य॥ ३॥ बहुदुक्खकन्यं आपयानक
ना सहभारमेनाथ मणजीवनपरेण वा समयालय वा सहसा तस्स विवागयं ॥ ५ ॥ कह सहिह बहुभव मसमयमहणि पोरपडे महारो (लाणासरणोऽविषएगागी ससरीरेण असहाया कडू विरसं पणं ॥ ७॥ अचिणवरणीजते करने कूटसानि कुयायसा सी. एमादी नारए दुहे ॥७८॥ य नव्हा हा ॥ ९ ॥ खरपुरचमरणसन्चगीलो भगंजगमाइए परयन्ताऽवसणिलिसे, दुक्खे नेरि तह १४०॥ कुंपयफरिसजणपि दु नहियासि तरे नानं महदुक् रिच्छद्क्वाड, कुंजनिया अंतरं। मंदरगिरितगुणियम्स, परमाणुस्साचि नो पड़े ॥ २॥ चिरयाने समुहं पाणी करतो आसाए निब (हि)ओ। भये दुक्तमपि सतोमं परिगए। संसारे परिवसे पाणी. अयंडे महचिदु जहा ॥४॥ पत्थापत्यं अयामते, कलाकलं हिपाहियं सचासचमसचं प चरणाचरणि तहा ॥ ५॥ एवइयं वरं सोचा. दुक्लस्संनगचेसिणां । इत्थीपरिग्गहारंभे, परं नवरे ॥ ६ ॥ चियासत्या सयिया परंमुही सुचलंकरिया वा अनकिया था निरिक्खमाणोपमया हि दुबल मस्समालेगाव करिसई ७ चिनमिति न निज्झाए नारि वा सुयकिय भक्खरंच दणं दिट्टि पडिसमाहरे ॥ ८ ॥ इत्यपायपडिन्छ कलनासोचियवियं सहमान कुवाहीए (तमवित्वीयं दूरवरेण भवारी लिए ॥९॥ राजा इत्थी पजोषणा जुनकुमारं पत्थव विनय ॥ १५० ॥ अंतरवासिणी व सपरपासंसंतियं दिक्खियं सादृणीं वापि ये तय नपुंसगं ॥ १ ॥ कहि गोणि खरं चैव अनिल अवि तहा सिपिन्थि पंलिवावि जमरोगमहिलं तहा ॥ २ ॥ चिर पमादी पापिन्थि पगमंती जन्धरवणीए अपइरिके दिणस्स या ॥ ३ ॥ तं बसहियं संनिवेस वा सोचाएहिं सहा दूरपरं सुदूरदूरेण भयारी लिए ॥ ४॥ एएसि सदि संत्याचं अद्वाणं चाचि गोषमा अन्नासु वापि इन्धी पि॥ १५५॥ से भय किमित्ययं यो विज्झाएजा गोवमा णो णं विज्झाएजा से भगवं किं मुणियत्वत्करिव इत्यंनो निज्झाएजा उपाहणं विषयसणि गोयमा उसवहावि नं माजा से भयं किमस्यीय नो आगोमा नो आला से भयवं किमित्यी सदि खणद्धमचि यो संवसेजा? गोयमा नी संपति से भय किमि सदिनोद परिवजेता ?, एगे मवारी एगिल्लीए सदि नो परिवजा ६ से भय के अद्वेणं एवं दुबइ- जहा पं नो इत्वीणं निज्राएला नो मावेजा नोीए सदि परिवसेज नो दाणं परिवजा ? गोयमा सययारेहिं सन्धिीय अवन्धं उकडनाए रागेणं संविजमाणी कामग्गीए संपत्तिा सहावी चेव सिहं हि न प्यारेहिं में वाहियमाणी अणुसमयं सवदिसिविदिसासुं णं सत्रन्य पिसाए परिज्ञा जाच सिए पि नाप यो सम्वन्ध पयारेहि में सम्मापि पुरिसे संका जाप पुरिस संकप्पा नाय साईदिओय ओमनाए चरिदिओ ओमनाए रसगिदिओ ओगनाए घाणिदिओ ओगनाए फासिदिओपगनाए जन्म केई पुरिसे कंवा अरू वा पप्पन्न वा अपपोवा दिने वा दिने वा इमं वाइ वा इपिने या अणिडिपने या पियाउने वा निकामभोगे या उदयबॉडीए वा अदबॉडीएड या महासने या हीणसने या महापुरिसद वा कापुरिसेइ वा समणे वा माहणे या अवरे या निंदिया महणजाइए वा तत्थ हापोहवी पजा संजोग पनि परिका, जाप संजोगसंपन परिपेता से भिमु भवेजा जा से चिने संसुदे भवेजाता से चित्ते संता से देहे सेएम अदासेखा जाय से देहे सेएणं अदासेला नाव से दरदरे इहपरलोगाए जा जाव णं से दरवदरे इहपरलोमाचा पाया मर्व अपसे अनि मेरे उबडाणाओ णीयाणंठाएजा जाणं उबागा जो नीया जाना बजा जाओसमयावलियाओ जाप णं निजति असंलेजाओ समयापलियाओं ताव में जं पदमसमयाओं कम्मदियं तं वीयसमयं पहुंच तयादियाण समयाण से अपने या अणुक्रमसो कम्मल संचिणिज्ञा जानको कम्म दिई विना अजाईखाई जाएकाले परिवर्ततिाका दोनिरनिरागस कलेज जाउकोटिनिकम्मा से नवनिचिचलिसिरीयं निषदित्नितेयं चाँदी भवेना. जाणं यसरी गिने बोंदी भजा नाप से सीना परिसिदिए जायसीएजा परिसिदिए ना सच्चा विवा राजा पाप रामायणमा जाणं रामायण माता नागणेजा महतगुरुदोभन गणेला सुमनदोसे नियमपोरपाचकम्मसमावरणं सगुरुपाचकम्मसमावरण संजयचिरान गणेजा पोरंपारपरलोक्सभयं न गणेान गणेजा सम्मान गणेजा समुरासुरम्सापि मं जगमा अप आन गणेसीजकपरचनगम परंपरं अमिसदसो संसारदुक्लं पास पास पाना पासणिजं सजणसमूहमासनिचिडिया चिकमियनिरिक्लिनमाणी वा दिनकरजालसदिसीपपासितवंतपरासी सूरीएवि तहाचि णं पासेस सुधारे सम्बदिसाभाए जायराधनाए व गणेला सुमहागुरूदोसवयमंसीरपणे संयमनिराहणे परन्टोग भए आणा मंगाइकमे अणसंसार नए पासेला पासणिजे समजणपवददिणवरेवि में मजा सुगंधारे सबै दिसामाए ता मला अर्थनिमसोमाइल विच्छाए रामा दुखिममा जा अनिभाना कुरुकुरेजा सणियं सणि पोटनियंत्रचालकंठपए, जाणं कुरुकुरेति पोंडपुरनियंवर ताव महायमाणी अंगपाडियाह निवा वाजे गोप, जाप मोडायमाणी अंगालियाहि गंजेजा सबंगोपं ताप णं मणसरस चित्राणं जरयनिषेनिसचे रोमन मजा जाव णं मयणसरसचित्र चिसिए बोंदी माना २
११.२१ महान
मुनि दी
~ 10~
Coedevast
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