Book Title: Vijaydev Mahatmyam
Author(s): Motilal Laghaji
Publisher: Motilal Laghaji

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Page 11
________________ समर्पण जैन समाजना उत्कच्छु अने एकनिष्ठ आराधक एवा जे आचार्यना तेजस्वी अने तपस्वी जीवनप्रस्तुत ग्रन्थमा माहात्म्य वर्णवामां आव्युं छे तेवा ज माहात्म्यने अनुरूप एवा वर्तमान समयमा विचरता तथा जैन समाजना उत्कर्षनी एकनिष्ठ आराधना करता आचार्य श्रीमद् विजयवल्लभसूरि ना तपस्वी अने तेजस्वी जीवनने सादर समर्पित -जिन विजय Ahol Shrutgyanam

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