Book Title: Vastu Vigyansar
Author(s): Harilal Jain, Devendrakumar Jain
Publisher: Tirthdham Mangalayatan

View full book text
Previous | Next

Page 7
________________ . (6) देवेन्द्रकुमार जैन (बिजौलियाँ वाले) तीर्थधाम मङ्गलायतन द्वारा सम्पादित किया गया है। हम दोनों महानुभावों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। प्रस्तुत ग्रन्थ के प्रकाशन सहयोग के रूप में प्रज्ञा जैन, कल्याणी जैन सुपुत्री श्रीमती सुनीता शान्तिलाल जैन, पुणे (महाराष्ट्र) द्वारा प्राप्त सहयोग के लिए कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं। अन्त में यही भावना है कि मुमुक्षु अतिशय उल्लासपूर्वक इन प्रवचनों का गहन अभ्यास करके, उग्र पुरुषार्थ से, इनमें कथित भावों को सम्पूर्ण रीति से हृदय में उतारकर निज शुद्धात्मा की रुचि, प्रतीति तथा अनुभव करके शाश्वत परमानन्द को पायें। दिनाङ्क - 28 अगस्त 2009 पवन जैन तीर्थधाम मङ्गलायतन

Loading...

Page Navigation
1 ... 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 ... 138