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साहित्य सत्कार : १८३
साभार प्राप्ति १. श्री त्रिषष्टिशलाका पुरुषचरित महाकाव्यमः, सम्पा० पू० श्री विजययोगतिलक सूरि, प्रकाशक, संयम-सुवास, C/o सेठ जमनालाल जीवतलाल,
जूनागंज बाजार, भाभर जि० बनासकांठा-३८५३२० (गुज०) प्रथम आवृत्ति: ५०० प्रति, वि० सं० २०५९.
२. संस्कृत साहित्य नो इतिहासः भाग-१, २, ३, सम्पा० आ० श्री विजय मुनिचन्द्र सूरीश्वर जी म०सा०, प्रकाशक- आ० श्री ॐ कारसूरि ज्ञान मन्दिर, सूरत, २००४, मूल्य (२५०४३) ७५० रु० मात्र।
३. सिद्धान्त लक्षणः भाग-१, २, पं० चन्द्रशेखरविजय जी (चन्द्रशेखरी टीका एवं गुजराती विवेचन सहित, प्रथम संस्करण- २००४, मूल्य- ७५ रु०, प्रकाशक - कमल प्रकाशन ट्रस्ट, रिलीफ रोड, अहमदाबाद।
4. Jaina Kashthapat Chitra by Vasudeo Smart, Edited by Jagdeep Smart, First Edition 2002, Price Rs. 1000/-, Publisher - Acharya Shree Omkarsuri Aradhana Bhavan, Surat.
५. महोत्सव करिये मानव जन्म नो: लेखिका- साध्वी जितपूर्णा, प्रथम आवृत्ति, दिसम्बर २००४, मूल्य ५० रु०, प्रकाशक- श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, अहमदाबाद।
६. मुक्तिनो मारग मीठो: लेखक, पू० आचार्यदेव, श्रीमद् विजय पूर्णचन्द्र सूरीश्वर जी म०, प्रथम आवृत्ति २००४, मूल्य ४० रु०, प्रकाशक- पंचप्रस्थान पुण्य स्मृति प्रकाशन, गोपीपुरा, सूरत।
७. काव्यानुशासनम्: संशोधन- पंडित शिवदत्त शर्मा, काशीनाथ शर्मा एवं वासुदेव शर्मा, नवीन संस्करण, वि०सं० २०५८, मूल्य ८०.०० रु०, प्रकाशकप्रवचन प्रकाशन, पूना।
८. सुविधि दर्शन: भाई श्री शशिभाई, वीतराग सत् साहित्य प्रसारक ट्रस्ट, भावनगर, प्रथम संस्करण, नवम्बर, २००४, मूल्य ४० रु०।
९. अमर उपाध्याय जी, पू०आ० देव विजयपूर्णचन्द्र सूरीश्वर जी म० प्रकाशक- पंच प्रस्थान पुण्य स्मृति प्रकाशन, प्रथम आवृत्ति संवत् २०६१, मूल्य ४० रु०॥
१०. प्रवचन बिन्दुः प्रवचनकार मुनिश्री हितरत्न विजय जी, प्रथम आवृत्तिवि०सं० २०५९, मूल्य ६० रु०, प्रकाशक- श्री कारेली बाग, श्वेता० मूर्ति पू० जैन संघ, बड़ोदरा।
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