Book Title: Sramana 1993 04
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 14
________________ डॉ. कमल जैन 29. 30. 31. 3 जैन साहित्य का बृहद इतिहास, भाग 4, पृ. 234 जगदीशचन्द्र जैन, प्राकृत साहित्य का इतिहास, पृ. 287 जैन साहित्य का बृहद इतिहास, भाग 4, पृ. 237 नेमिचन्द्रशास्त्री, प्राकृत साहित्य का इतिहास, पृ. 425 जैन साहित्य का बृहद् इतिहास, भाग 4, पृ.232 वही, भाग 5, पृ. 168 हरिभद्र का अवदान, पृ.15 नेमिचन्द्र शास्त्री, प्राकृत साहित्य का इतिहास, प्र.425। षड्दर्शन समुच्चय, प्रस्तावना, पृ. 16 34. 35. 36. Jain Education International For Priva . Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66