Book Title: Sramana 1992 07
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 39
________________ Jain Education International हेमप्रभसरि रत्नशेखरसूरि रलसागरसूरि श्रीतिलकसरि देवचन्द्रसूरि पद्मप्रभसूरि गुणसागरसूरि देवानन्दसूरि [वि.सं.1455 में क्षेत्रसमासवृत्ति के रचनाकार] गुणसमुद्रसूरि अभयचन्द्रसूरि For Private & Personal Use Only सत्यराजगणि सुमतिप्रभसूरि [वि.सं.1514 में श्रीपालचरित के रचनाकार रामचन्द्रसरि (वि.सं.1490 में विक्रमचरित के रचनाकार] पुण्यरत्नसूरि सूमतिरत्नसूरि उदयसमुद्रस [वि.सं.1580 में पाणमापक्षगुर्वावली के रचनाकार www.jainelibrary.org

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