Book Title: Sammetshikhar Vivad Kyo aur Kaisa
Author(s): Mohanraj Bhandari
Publisher: Vasupujya Swami Jain Shwetambar Mandir

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Page 106
________________ श्री वासुपूज्य स्वामी जैन मन्दिर का संक्षिप्त परिचय श्रीवासुपूज्यस्वामीने नमः॥ राष्ट्रसत अवीण्य सारसीवर जनाव की प्रेरणा से श्री के.आर.सेठ, अहमदाबाद द्वारा निर्मित 25 .00 अस्थायी रूप से विराजित भगवान की प्रतिमा सन 1988 में राष्ट्रसन्त आचार्य भगवन्त श्री पद्मसागर सूरीश्वरजी म.सा. के सुशिष्य विद्वान् पंन्यास प्रवर श्री धरणेन्द्रसागरजी म.सा. जब अजमेर पधारे तब निर्माणाधीन श्री वासुपूज्य स्वामी जैन श्वेताम्बर मन्दिर का अवलोकन कर प्रसन्नता व्यक्त करने के साथ ही प्रेरणा दी कि इस क्षेत्र की आस-पास की कॉलोनियों के जैन धर्मावलम्बियों को जिन दर्शन-पूजन की तत्काल सुविधा उपलब्ध कराने हेतु फिलहाल अस्थायी व्यवस्था की जानी चाहिए। महाराज साहब की उक्त प्रेरणा से अहमदाबाद के समाजसेवी श्री के. आर.सेठ ने एक कमरा बनवाया जिसमें अस्थायी रूप से भगवान श्रीवासुपूज्य स्वामी की प्रतिमा की स्थापना 25 जून, 1988 को की गई। उक्त चित्र उसी समय का है।

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