Book Title: Sagar Jain Vidya Bharti Part 1
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 28
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only 18. सम्बोध सप्ततिका डॉ. रविशंकर मिश्र, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1986 19. प्राचीन जैन साहित्य में आर्थिक जीवन डॉ. कमलप्रभा जैन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1988 20. जैन साहित्य के विविध आयाम-1 सम्पादक डॉ.सागरमल जैन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1981 21. जैन साहित्य के विविध आयाम-2 सम्पादक डॉ.सागरमल जैन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1990 22. जैन साहित्य के विविध आयाम-3 सम्पादक डॉ.सागरमल जैन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1990 23. मणिधारी जिनचन्द्रसूरि काव्याञ्जलि सम्पादक डॉ. सागरमल जैन पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1981 एवं डॉ. हरिहर सिंह 24. जैनधर्म की प्रमुख साध्वियाँ एवं महिलाएँ डॉ. हीराबाई, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1991 25. जैन तीर्थों का ऐतिहासिक अध्ययन डॉ. शिवप्रसाद, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1991 N 26. मध्यकालीन राजस्थान में जैनधर्म डॉ. (श्रीमती) राजेश जैन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1992 27. मानव जीवन और उसके मूल्य श्री जगदीश सहाय, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1990 28. जैन मेघदूतम् डॉ. रविशंकर मिश्र, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1989 29. जैनकर्म सिद्धान्त का उदभव एवं विकास डॉ. रवीन्द्रनाथ मिश्र, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1993 30. Theory of Reality in Jaina Philosophy Dr. J.C. Sikdar, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1991 31. Concept of Matter in Jaina Philosophy Dr. J.C. Sikdar पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1987 32. Jaina Epistemology Dr. Indra Chand Sastri, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1990 33. The Concept of Pancasila in Indian Thought Dr. Kamal Jain, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1983 34. The Path of Arhat T.U. Mehta, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1993 35. Jaina Perspectives in Philosophy & Religion Dr. Ramjee Singh, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1993 36. Aspects of Jainology Vol. I Dr. Sagarmal Jain, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1987 37. Aspects of Jainology Vol. || Dr. Sagarmal Jain &M.A. Dhaky, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, 1987 www.jainelibrary.org

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