Book Title: Prakrit Vyakaran Praveshika Author(s): Satyaranjan Banerjee Publisher: Jain Bhavan View full book textPage 6
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विषय सूची ध्वनि तत्त्व १. प्राकृत वर्णमाला और उसकी उच्चारण रीति । अनस्वार, अननासिक और विसर्ग । ३. ध्वनि परिवर्तन के नियम । ४. य-श्रुति । ५. संधि । ६. संयुक्त वर्ण के नियम । रूपतत्त्व ७. विशेष्य (वचन, लिंग, कारक, कारक-विभक्ति, शब्द रूप) । ८. विशेषण (तर, तम इत्यादि और संख्यावाचक) । सर्वनाम (अस्मद्, युष्मद्, तद्, इदम्, एतद् यद्, अदस्, किम, सर्व) । क्रिया (धातु, पुरुष, वचन, वाच्य, क्रिया का भाव- (निर्देशक, विध्यर्थक, अनुज्ञाज्ञापक, क्रियातिपत्ति), काल- (वर्तमान, भूत, भविष्यत्), तुमर्थक, शतृ-शानच्, असमापिका क्रिया (त्वा) । ११. क्रिया विशेषण । १२. अनन्वयी (उपसर्ग) । १३. संयोजक । १४. अन्तर्भावार्थक (मनोभाव प्रकाशक शब्द) । For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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