Book Title: Prakrit Vyakaran Praveshika
Author(s): Satyaranjan Banerjee
Publisher: Jain Bhavan
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कारक नियन्त्रित उपसर्ग
५१
अभिगच्छइ, अभिवड्ढइ, अभिहवइ अवतरइ, अवमाणइ, ओगाहइ
आरुहइ, आगच्छइ
उग्गमेइ, उत्तरइ, उद्दिसइ उवागच्छइ, उवमेइ, उवधारेइ
अभि (अभि) ओर से अव (अव) कहीं से इटना
away..... आ (आ) किसी तरफ जाना
upto, on उद् (उद्) ऊपर (upon) उव (उप)
___ ओर से, समीप
(towards, near) दुस् (दुस्) बुरा कठिन
..... hard निस् (निस्) निकलता
(out, away) परि (परि) चारों ओर
(all round) पडि, (परि) ओर से (प्रति) (towards) वि (वि) पृथक् करना सं (सम्) साथ-साथ
(together) स (स) अच्छा (well) पाउ (प्रादुस्) उन्मुक्त (open)
दुच्चरेइ, दुक्करेइ निग्गमइ, निस्सरइ
परिगणेइ, परिवड्ढेइ
पडिवालेइ
विक्किणइ, विकब्बइ, विवरेइ संगमइ, संतोसेइ
सलद्धे, सकरेइ पाउकरेइ, पाउब्भवइ
कारक नियन्त्रित उपसर्ग (Prepositions governing cases) कर्म कारक अन्तरेण, जाव, पइ, मोत्तूण, आदाय, गहाय
(बिना) (जब तक) (के प्रति) (सिवाय) (साथ)
Without, until, towards, except, with करण कारक ___समं, सद्धि, सह, विणा
(साथ) (बिना)
with, without अपादान करक
आरभ (से) from
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