Book Title: Prakrit Vidya 01 Author(s): Rajaram Jain, Sudip Jain Publisher: Kundkund Bharti Trust View full book textPage 5
________________ अनुक्रम क्र. शीर्षक लेखक पृष्ठ सं० 01. मंगलाचरण : वर्द्धमान महावीर : ग्रन्थों के आलोक में 02. सम्पादकीय : भगवान् महावीर की डॉ० सुदीप जैन समसामयिकता 03. सर्वोदयं तीर्थमिदं तवैव आचार्य विद्यानन्द मुनि 17 04. भगवान् महावीर और उनका जीवन-दर्शन डॉ० ए०एन० उपाध्ये 05. महावीर जन्मकल्याणक-महोत्सव (कविता) अनूपचन्द्र न्यायतीर्थ 06. महावीर के संघ की गणिनी डॉ० नीलम जैन युगप्रवर्तिका ‘चन्दनबाला'. 07. वइसालीए कुमार-वड्ढमाणो डॉ० उदयचन्द्र जैन 46 आर्या चन्दनाष्टक (कविता) डॉ० महेन्द्र सागर प्रचंडिया 53 09. वैशालिक महावीर श्रीमती रंजना जैन 54 10. महासती चन्दना श्रीमती नीतू जैन 60 11. वैशाली और राजगृह डॉ० सुदीप जैन 64 12. थी शक्ति कैसी प्रभु-भक्ति में (कविता) श्रीमती प्रभाकिरण जैन 75 13. 'तिलोयपण्णत्ती' में भगवान् महावीर और डॉ० राजेन्द्र कुमार बंसल 77 उनका सर्वोदयी दर्शन लोकतांत्रिक दृष्टि और भगवान् महावीर प्रभात कुमार दास 15. चन्दना-चरित कवि श्री नवलशाह 16. महावीर-देशना के अनुपम रत्न : डॉ० सुदीप जैन अनेकान्त एवं स्याद्वाद 17. महावीराष्टक स्तोत्र (हिन्दी पद्यानुवाद) डॉ० वीरसागर जैन 101 14. प्राकृतविद्या जनवरी-जून'2001 (संयुक्तांक) + महावीर-चन्दना-विशेषांक 03. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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