Book Title: Niti Dipak Shatak
Author(s): Bhairodan Jethmal Sethiya
Publisher: Bhairodan Jethmal Sethiya

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Page 18
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सेठियाप्रन्थमाला __सत्य वचन बोलने वालेकी देव पूजा करते हैं, तथा उसे अनेक ऋद्धियां प्राप्त होती हैं । सत्य वचन से सज्जनता प्रकट होती है। यह सत्य पवित्र है, तथा मुक्तिरूपी स्त्री के क्रीड़ा करने का उद्यान है । प्रभुता तथा कल्याण को उत्पन्न करनेवाला है। कीर्ति का विस्तार करनेवाला तथा मानसिक पीड़ा का नाश करनेवाला है। यह सत्यवचन संसार में उतम धन है, तथा विश्वास को उत्पन्न करनेवाला है । ऐसा सत्य वचन संसार में सदा विजय को प्राप्त हो ॥२६॥ धत्तेऽहीनपतिस्तरुबहुफलं सत्येन भूमिः स्थिरा सत्यासिन्धुरपांपतिन हि कदाप्यत्येति वेलामसौ । सत्यान्मेरुमहीधरः स्थिरतरः स्तम्भो दरीदृश्यते, सेव्यं सत्यवचस्ततोऽखिलजनैर्यत्तेन लोकस्थितिः ।। ___ सत्य के द्वारा वृक्ष बड़े बड़े सांपों को आश्रय देता है और बहुत फलोंको धारण करता है । सत्य से समुद्र मर्यादा का कभी उल्लंघन नहीं करता है। सत्य से ही मेरु पर्वत हमेशा स्थिर रहता है। समस्त संसार सत्य के आश्रित है । इसलिए सत्य वचन की उपासना करनी चाहिए ॥३०॥ सम्पत्नुद्रसरिनिदाघदिनकृत्तेजो विपदल्लरी मेघाम्बूज्ज्वलसद्यशःसुविपिने दावानलं दुःसहम । श्रेयाश्रीसुलतागजं भयकरं पापर्द्धिमूलं परं, मिथ्यावाक्यमिदं वदन्ति च कथं ये पुण्यवन्तो जनाः For Private And Personal Use Only

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