Book Title: Mrutyu Chintan Author(s): P M Choradia Publisher: Akhil Bhartiya Jain Vidvat Parishad View full book textPage 7
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हैं । प्राप धर्मनिष्ठ श्रावक और कर्मठ सामाजिक कार्यकर्त्ता हैं। राजस्थान युवक वेलफेयर सोसायटी मद्रास के अध्यक्ष एवं भ. महावीर अहिंसा प्रचार संघ व स्वाध्याय समिति के कोषाध्यक्ष के रूप में आपकी सेवाएँ विशेष महत्वपूर्ण हैं | एस. एस. जैन युवक संघ मद्रास की विभिन्न प्रवृत्तियों से आपका सक्रिय जुड़ाव है। आपको धार्मिक संस्कार विरासत में मिले हैं । आपके पिताश्री हेमराजजी बागमार धार्मिक वृत्ति के निष्ठावान श्रावक हैं । प्रतिदिन ८-१० सामायिक करते हैं और प्रायः स्थानक में ही रहते हैं । आचार्य श्री हस्तीमलजी म. सा. के प्रति आपके पूरे परिवार की अगाध श्रद्धा-भक्ति है । आप मिलनसार, उदार हृदय और उत्साही व्यक्ति हैं । आपके सहयोग के प्रति हम विशेष आभारी हैं । इस पुस्तिका में मद्रास के प्रमुख चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट एवं वरिष्ठ स्वाध्यायी श्री पी. एम. चौरड़िया ने मृत्यु के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार प्रकट जीवन सुधार के साधन रूप में मंगलमय दिया है । करते हुए उसे बनाने पर बल निबेदक देवेन्द्रराज मेहता अध्यक्ष चैतन्यमल ढड्ढा मन्त्री भंवरलाल कोठारी अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र भानावत महामन्त्री श्री अ.भा. जैन विद्वत् परिषद् सम्यग्ज्ञान प्रचारक मण्डल For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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