Book Title: Mrutyu Chintan
Author(s): P M Choradia
Publisher: Akhil Bhartiya Jain Vidvat Parishad

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Page 47
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir mr Or mmm २५. अपनी पहचान-सुन्दरलाल बी. मल्हारा २६. इन्द्रिय से अतीन्द्रिय की ओर-आचार्य श्री नानेश २७. आधुनिक जीवन और अहिंसा-डॉ. प्रचण्डिया २८. क्षमा-पी. एम. चौरडिया २९. अहोभाग्य है मेरा-डॉ. इन्दरराज बैद ३०. करुणा की किरणें हीरालाल गाँधी 'निर्मल' ३१. क्षमासागर महावीर-सुन्दरलाल बी. मल्हारा ३२. कषाय-विजय-सम्पतराज डोसी ३३. विचार-वल्लरी-डॉ. नरेन्द्र भानावत ३४. जैन दीक्षा-कन्हैयालाल दक ३५. बाल-दर्शन : बाल महिमा-गिजु भाई ३६. जिन वचनामृत-चाँदमल कर्णावट ३७. योग-विज्ञान–डॉ. नरेन्द्र शर्मा 'कुसुम' ३८. विनयचन्द चौबीसी-नथमल लूणिया ३९. शील की कथाएँ–सरोज जैन । ४०. पर्युषण और दस लक्षण धर्म -तेजकरण डण्डिया ४१. साधना-स्वरूप-विधि-फूलचन्द मेहता ४२. मुक्तकमाला-चन्दनमल 'चाँद' ४३. सागर के पार-श्री गणेश मूनि शास्त्री ४४. जैन आगम साहित्य-उपाचार्य श्री देवेन्द्र मुनि ४५. पच्चक्खाण : क्यों और कैसे ? –चाँदमल कर्णावट ४६. जैन समाज की एकता कन्हैयालाल दक ४७. चिन्तन-प्रसंग-डॉ. महावीर राज गेलड़ा ४८. दर्शन के क्षणों में--सुन्दरलाल बी. मल्हारा ४६. पथ-दीपिकाएं-गुलाबचन्द जैन ५०. मृत्यु-चिन्तन-पी. एम. चौरड़िया स्त्रिा For Private and Personal Use Only

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