Book Title: Maharani Chelna Ki Vijay
Author(s): Rajni Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 3
________________ महारानी चलना की विजय कला : मधु जैन बज्जी गणतंत्र के गणपति, लिच्छवी राजा चेटक की सबसे छोटी पुत्री राजकुमारी चेलना का एक चित्र देखकर मगध सम्राट बिंबसार उसके रूप सौन्दर्य पर मुग्ध हो उठे थे. उन्होंने उससे विवाह करने की इच्छा की उनके पुत्र युवराज अभयकुमार ने साहस और युक्तिपूर्वक राजकुमारी चेलना को मगध लाकर अपने पिता सम्राट बिंबसार की पटरानी बना दिया., उधर राजा चेटक क्रोध से उबल पड़े. युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो गई. अहिंसा धर्म को मानने वाली चेलना यह कैसे सहन करती कि उसके कारण युद्ध में हजारों लोगों का रक्त बहे वह स्वयं युद्ध भूमि में पहुँच गई क्या वैशाली की सेना अपनी ही बेटी पर शस्त्र उठाती ? • और युद्ध टल गया. यही अहिंसा धर्म और महारानी चेलना की सच्ची विजय थी.

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